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उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में रहने वाले एक परमाणु वैज्ञानिक को भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने के बाद अमेरिका ने कैद कर लिया। अब बेटे की सकुशल घर वापसी के बुजुर्ग मां-बाप दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। बुजुर्ग मां-बाप ने अपने लाड़ले के लिए पीएमओ कार्यालय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है।
अगले पेज पर वीडियो के साथ पढ़िए दर्द भरी कहानी:
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भाभा परमाणु अनुसांधान केंद्र से की है पीएचडी
https://youtu.be/2dW3Q37sLt0
- जानकारी के मुताबिक, यूपी के बुलंशहर के शिकारपुर निवासी रिटायर शिक्षक रामकिशन शर्मा ने बताया कि उनका एकलौता पुत्र डॉ. तरूण शर्मा ने भाभा परमाणु अनुसांधान केंद्र से 2010 में पीएचडी की।
- इसके बाद ए एंड एम यूनिवर्सिटी टैक्सास अमेरिका में उसने बतौर परमाणु वैज्ञानिक तैनाती पाई।
- पिता का आरोप है कि 2015 में बेटे को नक्सलवादी व्यवहार और भ्रष्टाचार का विरोध करने पर उत्पीड़न शुरू किया गया।
- आरोप है कि काम के दौरान ध्यान ना लगाने के जुर्म में उसे मुकदमा पंजीकृत करवाकर जेल भेज दिया गया।
- इसके बाद संघीय न्यायालय ने उनके पक्ष में फैसला सुनाते हुए वि.वि. को 350 मिलियन डॉलर का जुर्माना देने का आदेश सुनाया।
- लेकिन वि.वि. ने धनराशि देने की बजाय 29 दिसंबर 2016 को नजरबंद कर लिया।
मंत्रियों के कार्यालय के लगा रहे चक्कर
- एक कहावत है कि जब बेटे को भूख लगती है तो मां का दिल पिघल जाता है।
- बेटे का पेट भरने के मां तमाम जतन भी करती है।
- लेकिन जब बेटा किसी मुसीबत में फंसा हो तो माता-पिता के दिल पर क्या गुजरेगा यह तो आप कल्पना खुद कर सकते हैं।
- अब यह बूढ़े मां बाप अपने पुत्र की वापसी के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय, विदेश मंत्री जनरल वीके सिंह और सुष्मा स्वराज के यहां तक चक्कर काट चुके हैं।
- लेकिन कहीं उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
- पीड़िता मां ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे से मिलने व उसे भारत लाने के लिए अमेरिका दूतावास में वीजा के लिए आवेदन किया।
- लेकिन 6 फरवरी को अमेरिका दूतावास के अधिकारियों ने वीजा देने से इंकार कर दिया।
काश! पीएम सुन लें मन की बात
- दुखियारी मां गिरिजेश का कहना है कि देश के पीएम देशवासियों के ‘मन की बात’ सुनकर भलाई करने की बात कहते हैं।
- क्या उन्हें दर-दर घूम रहे बूढ़े माता-पिता के ‘मन की बात’ नहीं सुनाई देगी?
- उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम यह दर्द भरी दास्तान भरा ज्ञापन भेजा है।
- उन्होंने पीएम से गुहार लगाते हुए मांग की है कि उनके इकलौते बेटे को वापस ला दिया जाये ताकि वह अपनी आंखों के नूर को देख सकें।
- उन्होंने नश्ल्वादी का आरोप लगाते हुए कहा कि जब कम समय में बेटे ने तरक्की की तो यह बात कुछ लोगों को खटक गई और उस पर जानलेवा हमले भी करवाये गए।
- उन्होंने अपील की है कि मेरे बेटे को घर वापस लाने में सभी देशवासी मदद करें।
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