जम्मू कश्मीर में सेना पर आये दिन पत्थरबाजी होती रहती है. इस पथराव से निपटने और इसका मुहं तोड़ जवाब देने के लिए कानपुर से हजारों की संख्या में जन सैनिकों ने जम्मू कश्मीर जाने का फैसला किया है. इस दौरान इन जन सैनिकों ने शुक्रवार 5 मई को कानपूर स्थित सिध्दनाथ घाट पर पत्थरबाज़ी का प्रशिक्षण लिया.
आतंकवाद के पुतले पर की गई पत्थरबाजी की ट्रेनिंग-
- सेना पर पत्थरबाज़ी करने वाले जम्मू कश्मीर के लोगों को सबक सिखाने के लिए संत अरुण पूरी ने जनसेना का गठन किया है.
- इन जन सैनिकों को आज कानपुर के सिध्दनाथ घाट पर पत्थरबाज़ी का प्रशिक्षण दिया गया.
- जिसमे जन सैनिकों की महिला और युवा विंग ने आतंकवाद के पुतले पर पत्थर फ़ेंक कर प्रशिक्षण लिया.
कश्मीर में सेना पर पत्थरबाजी करने वालों से निपटने के लिए 7 मई को #कानपुर से जाएंगे संत अरुण पुरी के द्वारा बनाई गई जन सेना के सदस्य! pic.twitter.com/gHqRjLU2Z4
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) May 5, 2017
- संत अरुण पूरी ने बताया की 7 मई को करीब 1500 की तादात में जन सेनिक जम्मू कश्मीर जायेंगे.
- जहाँ वो कश्मीरी पत्थर बाजों को उन्ही की भाषा में सबक सिखायेंगे.
- गौरतलब हो की पत्थरबजी के लिए ये सेना कानपुर से एक ट्रक पत्थर लेकर जा रही हैं.
- बता दें की इस जनसेना में हिन्दू-मुस्लिम के साथ विभिन्न धर्मों और सम्प्रदायें के लोग शामिल है.
- इसके लिए प्रधानमंत्री से पत्र लिखकर अनुमति भी मांगी गई है.
- संत अरुण पूरी ने बताया की कश्मीर जाने के मामले में जिलाधिकारी के माध्यम से पीएमओ ऑफिस पत्र भेजा गया था.
- हालांकि इस पत्र का अभी तक कोई जवाब नही मिला है.
- उन्होंने कहा की अगर प्रधानमंत्री की तरफ से कोई अनुमति नही मिलती तो जन सेना जम्मू कश्मीर के लाल चौक में विजय महायज्ञ करेगी.
- इस दौरान अगर कोई पत्थरबजी की जाती है तो उसका मुहं तोड़ जवाब दिया जायेगा.