उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में परिवहन विभाग की नौकरी बजा रहे सिटी बस के टाइम कीपर महेंद्र श्रीवास्तव का काम रूट आफ और रूट परिवर्तन है. लेकिन, इस रूट आफ और रूट परिवर्तन में के इस काम में इनकी तत्परता सरकार के प्रति कम और अपनी जेब के प्रति ज्यादा है. जिसके चलते प्रतिमाह 7000 रूपए वेतन पाने वाले ये महाशय महीने का 400000 रूपए कमा रहे हैं.
वीडियो में देखिये इन महाशय का कारनामा-
https://youtu.be/ZVJIGhk-B6E
- वीडियो दिखने वाले ये महाशय कानपुर रीजन के आरएम नीरज सक्सेना के रिश्तेदार हैं.
- इनका नाम महेंद्र श्रीवास्तव है.
- महेंद्र श्रीवास्तव कानपुर सिटी बस के टाइम कीपर है.
- ये जब चाहे जिसका रूट आफ और रूट परिवर्तन कर सकते हैं.
- रूट आफ और रूट परिवर्तन इनका रोज का काम है.
- आप को बता दें कि रूट खोलाने पर ₹ 500 चार्ज किया जाता है.
- अगर रूट पर जाने से पहले इन्हें ₹ 100 नही दिया गया तो अगले दिन ये कोई भी आरोप लगा सकते हैं.
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- जिसके बाद रूट परिवर्तन या रूट आफ कर देना इनके लिए आम बात है.
- फिर अगर इनको ₹ 500 बगैर दिये चाहे दो महीने हो जाये रूट पर नही भेजा जायेगा.
- बता दें कि इनको कोई कुछ कहने वाला भी नही है.
- कयोंकि ‘आरएएम’ नीरज सक्सेना और ‘एआरएम’ दीनेश श्रीवास्तव इनके रिश्तेदार हैं.
- आप को बता दें की रोजाना 130 से 140 गाड़ियां निकलती हैं.
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- इस हिसाब से एक गाड़ी का ₹ 100 तो 130 का ₹ 13000 ये एक दिन में निकाल लेते हैं.
- ऐसे में कैलकुलेट करनें तो महीने का ₹ 390000 इनकी सिर्फ ऊपरी आमदनी है.
- बता दें कि इनको इस पोस्ट पर ₹ 7000 पर महिने पर रखा गया है.
- ऐसे के ₹ 7000 सैलरी पाने वाले महेंद्र श्रीवास्तव की महीने की कुल आये ₹ 400000 तक है.
- ऐसे में एक ही बात कही जा सकती है कि धन्य हो उत्तर प्रदेश का परिवहन निगम और उत्तर प्रदेश की सरकार?