यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ स्थित जिस गोमती के किनारों को खूबसूरत बनाने के लिए गोमती नदी का रिवर फ्रंट का विकास कर कायाकल्प कराया। इस रिवर फ्रंट में अखिलेश सरकार में खूब साफ सफाई हो रही थी।
- लेकिन सत्ता का परिवर्तन होने के बाद यूपी में भाजपा की सरकार बनी और योगी सरकार में गोमती के आसपास की सफाई बंद हो गई।
- यह हम नहीं बल्कि तस्वीरें इस गंदगी की कहानी खुद बयां कर रही है।
- पिछले दिनों ही रिवरफ्रंट का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण किया था और गंदगी देख वह भड़के थे।
- लेकिन इस गंदगी के जिम्मेदार नगर निगम, लखनऊ विकास प्राधिकरण और जल संस्थान के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
- इसका नतीजा यह है सपा सरकार में खूबसूरत सी दिखने वाली गोमती की सुंदरता भाजपा सरकार में धूमिल होती जा रही है।
गोमती रिवरफ्रंट के बारे में कुछ खास
- तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार के सिंचाई मंत्री रहे शिवपाल यादव ने गोमती रिवर फ्रंट परियोजना शुरू कराई थी।
- यह समाजवादी सरकार की बहुप्रचारित परियोजना बन गई थी।
- तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गोमती रिवर फ्रंट परियोजना का लोकार्पण 16 नवंबर 2016 को किया था।
- अखिलेश के इस ड्रीम प्रॉजेक्ट पर अब तक करीब 1,427 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं, लेकिन परियोजना अभी भी अधूरी है।
- इस परियोजना के तहत गोमती दी के दोनों किनारों का सौंदर्यीकरण हुआ है।
- इस रिवर फ्रंट में पक्षियों को बसाने की भी योजना तैयार की गई है।
12.1 किलोमीटर का बना है रिवर फ्रंट
- लखनऊ का गोमती रिवर फ्रंट शहर के अंदर गोमती नदी के दोनों तटों पर कुड़िया घाट से लेकर लामार्टिनियर स्कूल तक 12.1 किलोमीटर का रिवरफ्रंट बना है।
- गोमती बैराज के पास 300 मीटर का दायरा कम्प्लीट है।
- यहां रोजाना हजारों लोग घूमने आते हैं और फव्वारों का लुफ्त उठाते हैं।
- गोमती रिवर फ्रंट के किनारे किड्स प्ले एरिया, फव्वारा, स्टेडियम, जॉगिंग ट्रैक और लाइटिंग में तीन हजार करोड़ रुपये का खर्चा आया है।
- बता दें कि गोमती रिवरफ्रंट का काम मार्च 2017 तक पूरा होना था।
- लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद अब काम धीमा हो गया है।
- रिवर फ्रंट को खूबसूरत बनाने के लिए गोमती किनारे पेड़-पौधे लगाये गए हैं।
- गोमती रिवर फ्रंट के किनारे गाड़ियां खड़ी करने के लिए 300 कारों को पार्क करने के लिए पार्किंग बनाने की भी योजना है।
- लखनऊ घूमने आये लोगों के लिए रिवर फ्रंट के किनारे बैठने का भी अच्छा इंतजाम किया जा रहा है।
जब गोमती साफ नहीं कर पा रहे तो कैसे साफ करेंगे गंगा
- बता दें कि पिछली 27 मार्च को योगी आदित्यनाथ ने गोमती रिवर फ्रंट का दौरा किया था।
- उन्होंने गोमती रिवरफ्रंट परियोजना के बजट पर सवाल उठाये थे।
- निरीक्षण के दौरान योगी को गोमती ने गंदे नाले गिरते मिले थे इसपर उन्होंने आपत्ति जताई थी।
- उन्होंने अधिकारियों से पूछा था कि गोमती का पानी गंदा क्यों है?
- उन्होंने प्रॉजेक्ट में देरी और कथित अनियमितता की 45 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करेने के निर्देश दिए थे।
- जब रिवर फ्रंट का हमारी टीम ने रियलिटी चेक किया तो यहां गंदगी का अंबार लगा हुआ था।
- गोमती रिवर फ्रंट के पास मौजूद दर्जनों लोगों ने बताया कि सपा सरकार में यहां सफाई होती थी लेकिन योगी सरकार में बहुत गंदगी है।
- यहां अब सफाई नहीं हो रही है, लोगों का कहना है कि जब भाजपा सरकार से गोमती साफ नहीं हो पा रही है तो गंगा कैसे साफ हो पायेगी?
[ultimate_gallery id=”74313″]
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें
Tags
#Akhilesh Yadav
#BJP Government
#dirt
#Ganga cleanliness
#lucknow Gomti River Front
#photo
#river front of Gomti river
#SP government
#Video
#Yogi Adityanath
#yogi sarkar me gomti gandi
#yogi sarkar me gomti maili
#अखिलेश यादव
#गंगा की सफाई
#गंदगी
#गोमती नदी का रिवर फ्रंट
#फोटो
#भाजपा सरकार
#योगी आदित्यनाथ
#वीडियो
#सपा सरकार
Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.