पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ जोन ए. सतीश गणेश ने मंगलवार को वजीरगंज स्थित पुलिस मुख्यालय का औचक निरिक्षण किया तो हड़कंप मच गया। जिस समय आईजी ने छापा मारा उस समय कोई भी राजपत्रित पुलिस अधिकारी मौजूद नहीं था। एसएसपी मंजिल सैनी भी ऑफिस नहीं पहुंचीं थीं। आईजी के कार्यालय में निरीक्षण की भनक लगते ही एसएसपी भागते हुए कार्यालय पहुंची तो आईजी ने उन्हें जमकर लताड़ लगाई।
बिना पूर्व सूचना के की छापेमारी, पुलिसकर्मी मिले अनुपस्थित
- मंगलवार सुबह पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ जोन ए. सतीश गणेश ने डालीगंज स्थिति वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय का बिना किसी पूर्व सूचना के करीब 10:10 बजे अकस्मात पहुंचकर निरीक्षण किया गया।
- उस वक्त पुलिस कार्यालय में कोई भी राजपत्रित अधिकारी उपस्थित नहीं थे।
- इसके बाद उनके द्वारा पुलिस कार्यालय भवन के प्रथम एवं द्वितीय तल पर समस्त शाखाओं में बारी-बारी से जाकर वहां के कर्मचारीगणों की उपस्थिति नोट की गई ज्यादातर शाखाओं में उपस्थिति नगण्य थी।
गंदगी देख भड़के आईजी
- पुलिस कार्यालय में सफाई के अभाव में जगह-जगह कोनों में पड़ी गन्दगी को देखकर पुलिस महानिरीक्षक भड़क उठे।
- कर्मचारियों के पीने के पानी के लिए लगाये गये वाटर कूलर भी बन्द पड़े थे।
- उन्होंने समस्त परिसर की नियमित सफाई एवं कर्मचारियों/फरियादियों के लिए पीने के पानी का तत्काल प्रवंध करने हेतु निर्देशित किया गया।
योगी स्टाइल में पहुंचे रिकार्ड रूम, फाइलें खा रहे थे दीमक
- आईजी सीएम आदित्यनाथ योगी की स्टाइल में पुलिस कार्यालय के अभिलेखागार (रिकार्ड रूम) पहुंचे यहां की स्थित अत्यन्त दयनीय पायी गयी।
- जहां सैकड़ों पत्रावलियां जमीन पर बेतरतीब बिखरी पड़ी थी और उनमें दीमक लग रही थी।
- पुलिस महानिरीक्षक ने रिकार्ड कीपर को जमकर लताड़ लगाते हुए एक सप्ताह में समस्त पत्रावलियों को तरतीबवार लगाने तथा समय पूर्ण हो चुके अभिलेखों की नियमानुसार बिनष्टीकरण की कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
जांच में आईजी का पारा सातवें आसमान पर पहुंचा
- कर्मचारीगण की चिकित्सा प्रतिपूर्ति के दावों वाले सेल में जाकर लम्बित प्रकरणों की समीक्षा करने पर तथा यह सुनने पर कि लखनऊ में इस प्रकार के 200 से अधिक प्रकरण लम्बित हैं।
- पुलिस महानिरीक्षक का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया और ऐसे समस्त पत्रावलियों को एक सप्ताह के अन्दर निस्तारित करने हेतु निर्देशित किया गया।
- जघन्य अपराध इकाई की जांच के दौरान पाया कि कतिपय विवेचनायें वर्ष 2011 से लम्बित चल रही हैं।
- जिन पर पुलिस महानिरीक्षक द्वारा कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए इस सम्बंध में अपर पुलिस अधीक्षक, अपराध के लिए निर्देश जारी किये कि तत्काल शाखा मेे नियुक्त विवेचकों का अर्दली रूम कर विवेचना का निस्तारण कराएं।
एसएसपी नहीं मिलीं तो खुद फरियादियों की सुनीं समस्याएं
- पुलिस कार्यालय में करीब 20-25 की संख्या में फरियादी सुबह 9:00 बजे से ही अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर एकत्रित थे जिन की सुनवाई करने वाला कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं था।
- इसके बाद पुलिस महानिरीक्षक द्वारा स्वयं एक-एक कर सभी फरियादियों की समस्याएं सुनी और उनके निराकरण के लिए सम्बंधित थानाप्रभारियों को आवश्यक निर्देश दिये।
- पुलिस महानिरीक्षक के औचक निरीक्षण की जानकारी होने पर पुलिस कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल था।
- उनके आगमन की जानकारी होने पर वरिष्ठ अधिकारी हाॅफते हुए पहुंचने लगे।
- राजपत्रित अधिकारियों का देर से आने के कारण का अलग से स्पष्टीकरण तलब किया जायेगा।
डीआईजी, एसएसपी सबको किया तलब
- पुलिस महानिरीक्षक द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में पुलिस उपमहानिरीक्षक लखनऊ परिक्षेत्र, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लखनऊ व पुलिस अधीक्षक ग्रामीण की मौजूदगी में प्रधान लिपिक शाखा के समस्त कर्मचारीगण को अपने समक्ष तलब किया।
- प्रत्येक कर्मचारी से उनके कार्याे के बारे में जानकारी ली पुुलिस कार्यालय में लिपिक सम्वर्ग के अलावा काफी सख्या में नये बैच के आरक्षियों की तैनाती पर भी पुलिस महानिरीक्षक ने भौहे टेढ़ी करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से समीक्षा करने हेतु कहा।
- साथ ही साथ ऐसे कर्मचारीगण जो किसी भी स्तर से स्थानान्तरणाधीन हैं को तत्काल स्थानान्तरण पर रवाना करने हेतु निर्देशित किया गया।
चार पुलिसकर्मी सस्पेंड 7 का रोका गया वेतन
- इसी दौरान 4 ऐसे आरक्षी जो वर्दी धारण नहीं किये थे और कारण पूछने पर कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लखनऊ को निर्देशित किया गया।
- आईजी की कार्रवाई में एएसआई नेहा पांडेय लेट पहुंचने पर ससपेंड की गई हैं।
- बिना वर्दी ऑफिस परिसर में टहलने पर कांस्टेबल जय प्रकाश वर्मा, विजय कुमार रजक, संजीव कुमार, कांस्टेबल अभय सिंह भी निलंबित कर दिए गए।
- साथ ही देरी से आने पर 7 पुलिसकर्मियों का एक दिन का वेतन भी रोका गया।
- यूपी के सीएम से लेकर मंत्री और अधिकारी जिस तरह से अब एक्शन में आ चुके हैं तो जरूर प्रदेश में बदलाव देखने को मिल सकता है।
15 अप्रैल को डीआईजी के कार्यालय में करेंगे समीक्षा
- इसके बाद उन्होंने लम्बित वादों, स्थानान्तरण, अनुपस्थिति, निलम्बन, प्रारम्भिक जांच की पत्रावलियों की जानकारी मांगी गयी तो प्रधान लिपिक को जानकारी न होने पर जमकर लताड़ लगाई।
- आंकिक शाखा के समस्त कर्मचारीगण की अपने सामने परेड कराकर उनसे लम्बित देयकों, वजट की स्थिति, टीएडीए, आॅडिट आपत्ति एवं जीपीएफ के अग्रिम आवेदनों की समीक्षा भी की गयी।
- पुलिस महानिरीक्षक द्वारा निर्देशित किया गया कि आगामी 15 अप्रैल 2017 को पुलिस उपमहानिरीक्षक लखनऊ परिक्षेत्र प्रवीण कुमार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय का औपचारिक निरीक्षण करेगें और आज दिये गये दिशा निर्देशों का अनुपालन कराना सुनिश्चित करायेंगे।
सफाई में लगे कर्मचारी को किया पुरस्कृत
- पुलिस महानिरीक्षक के औचक निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं उसकी समस्त शाखाओं में तैनात कुल 256 अधिकारी/कर्मचारीगणों में से एक सहायक लिपिक को निलम्बित करने व 8 कर्मचारीगण के अत्यधिक विलम्ब से आने के कारण उनको एलडब्लूपी का नोटिस देने हेतु तथा 198 के देर से कार्यालय आने के सम्बंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लखनऊ को ऐसे समस्त कर्मचारियों का स्पष्टीकरण लेने हेतु निर्देशित किया गया है।
- ऐसे 58 अधिकारी/कर्मचारीगण जो समय से कार्यालय में उपस्थिति थे पुलिस महानिरीक्षक ने उनके पदवार निरीक्षक 300, उपनिरीक्षक 250, मुख्यआरक्षी 150 व आरक्षी को 100 रुपये के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने हेतु निर्देशित किया गया।
- निरीक्षण के दौरान सफाई कार्य में लगे छोटेलाल को पुलिस महानिरीक्षक द्वारा 500 रू0 से पुरस्कृत भी किया गया।
IG सतीश गणेश ने TSI राम प्रकाश को घूस लेते पकड़ा, किया सस्पेंड
- योगी सरकार के आने के बाद पुलिसअधिकारी भी अब तत्पर दिखाई दे रहे हैं।
- मंगलवार को लखनऊ में IG सतीश गणेश अचानक पुलिस मुख्यालय में छापेमारी के बाद हडकंप मचा तो लौटते वक्त ‘वीमेन पॉवर लाईन 1090’ चौराहे पर चेकिंग के दौरान टीएसआई राम प्रकाश सिंह को घूस लेते हुए IG ने पकड़ लिया।
- उन्होंने फटकार लगाते हुए तुरंत टीएसआई को सस्पेंड कर दिया।
- इसके अलावा दो होम गार्ड ब्लैकलिस्ट कर कमान्डेंट को पत्र लिखा है।
- इस दौरान आईजी ने एसएसपी मंजिल सैनी को फटकार लगाई।
- घटना के वक्त आईजी के साथ डीआईजी रेंज लखनऊ प्रवीण कुमार भी मौजूद थे।