वैसे तो वाराणसी को देशवासी मोक्ष नगरी के (varanasi Mortuary) नाम से भी जानते हैं। यहां के सांसद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। लोगों को यह लगता होगा कि वाराणसी में बदहाली तो हो ही नहीं सकती।
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- लेकिन यह सरासर गलत है यहां सुविधाओं का टोटा तो है ही साथ में मोक्ष के बजाय मुर्दों की लाशों को यहां पूछने वाला कोई नहीं।
- वाराणसी के लाश घर में तीन महीने से लावारिश लाशें सड़ रही हैं।
- लेकिन इन्हें कोई पूछने वाला नहीं, लाशघर में फैली गंदगी भी यहां काम करने वाले लोगों को बीमार बना रही है।
- परंतु जिम्मेदार लापरवाही की मिशाल पेश करते हुए दोष दूसरे पर मढ़ रहे हैं।
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एक डीप फ्रीजर के सहारे लाश घर
- जानकारी के मुताबिक कोतवाली क्षेत्र में स्थित लाश घर में शवों की दुर्दशा हो रही है।
- यहां काम करने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि शव गृह में केवल एक डीप फ्रीजर है।
- इसमें एक लाश रखने की जगह होती है, लेकिन एक लावारिश लाश के हाथ और पैर पिछले 3 महीने से सड़ रहे हैं।
- इस लाश को कोई देखने वाला नहीं ना ही कोई खबर लेने वाला।
- यहां तक कि कोई दरोगा और सिपाही भी यहां नहीं बैठता क्योंकि उनके बैठने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं।
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गंदगी इनती कि फिसल कर गिरने से लगती है चोट
- इस व्यक्ति ने बताया कि कोई भी लाश आने के 72 घंटे यहां रहती है।
- इसके बाद पीएम के लिए भेज दी जाती है।
- लेकिन लावारिश लाशें यहां दो से तीन महीनों तक पड़ी रहती हैं।
- पीड़ित ने बताया कि 72 घंटे में लाश ना उठने के बाद उसकी चर्बी निकलने लगती है और फर्श पर फिसलन हो जाती है।
- इसके चलते वह फर्श पर फिसल कर गिरकर चोटिल भी हो जाता है।
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परिवार का पेट पालने के लिए कर रहा काम
- पीड़ित ने बताया कि (varanasi Mortuary) वह अपने परिवार का पेट पालने के लिए लाश घर में काम कर रहा है।
- अगर वह महीनों से पड़े मुर्दे के हाथ और पैर फेंक दे तो उसे अदालत जेल भी भेज सकती है।
- अगर वह जेल चला गया तो उसके परिवार को कौन संभालेगा।
- लेकिन परिवार के पेट को पालने के लिए वह वर्षों के यहां काम कर रहा है।
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दूसरे पर दोष मढ़ते रहे जिम्मेदार
- इस मामले में जिम्मेदार डॉक्टर ने तो कोतवाली प्रभारी पर सारा दोष मढ़ दिया।
- उन्होंने कहा कि पुलिस ही सब लिखापढ़ी करती है।
- जिलाधिकारी ने पिछली 21 अप्रैल को प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर 7 डीप फ्रीजर के लिए निवेदन किया था।
- लेकिन एक भी और डीप फ्रीजर अब तक नहीं दिया गया।
- उन्होंने बताया कि वर्ष 2012 से डीप फ्रीजर ख़राब पड़े हैं।
- लेकिन इन्हें सही करने के लिए भी पैसा नहीं मिल रहा।
- इस फ्रीजर की कीमत (varanasi Mortuary) लाखों रुपये होती है इसलिए सरकार ही पैसे देगी।
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