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उत्तर प्रदेश में जहां भाजपा कार्यालय से लेकर स्मृति उपवन और दिल्ली तक नया मुख्यमंत्री बनाने की योजना चल रही है। वहीं कांग्रेस कार्यालय के बाहर कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर के गायब होने का लगा होर्डिंग चर्चा का विषय बना हुआ है। इस होर्डिंग में पीके को खोजकर लाने वाले को पांच लाख रुपये का इनाम देने की भी बात लिखी गई है। यह होर्डिंग राजेश सिंह प्रदेश सचिव उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी और समस्त कार्यकर्ताओं की तरफ से लगवाया गया है।
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मोदी के कदम रोकने के लिए निकाला था ब्रम्हास्त्र
https://youtu.be/PKuHRtSf_3Y
- बता दें कि उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बढ़ते कदम को थामने के लिए कांग्रेस ने चुनावी युद्ध के लिए अपना ब्रम्हास्त्र समय से पहले ही बाहर निकाला।
- भाजपा को विधान सभा चुनाव 2017 में हराने के लिए राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने अपने चाणक्य प्रशांत किशोर के प्लान (313+90) सीट पर सहमत हुए लेकिन उनकी लुटिया डूब गई।
- पीके चाहते थे कि प्रियंका गांधी यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल के साथ संयुक्त रूप से प्रचार करें।
- इसी तरह राहुल और सीएम अखिलेश भी दोनों मिलकर रैली करें।
- हालांकि उनकी इस योजना पर दोनों नेताओं ने काम किया और भाजपा ने सबका सूपड़ा साफ कर दिया।
- गठबंधन की हवाएं भी तेज हुईं लेकिन मोदी की सुनामी के आगे बौनी साबित हो गईं।
राहुल को पीएम बनाने का सपना भी अधूरा
- बता दें कि पिछले दिनों हुए सपा में घमासान के दौरान अखिलेश ने प्रशांत किशोर के साथ एक मीटिंग की थी।
- इसके बाद अखिलेश ने राहुल के साथ गठबंधन के लिए हाथ बढ़ाया।
- फिर भी कांग्रेस यूपी में अपनी खोई हुई अपनी जमीन हासिल नहीं कर पाई।
- फ़िलहाल सपा-कांग्रेस के गठबंधन ने चुनाव तो नहीं जीता पाया इसलिए 2019 में राहुल को पीएम बनाने के लिए प्रियंका की जंग भी फीकी पड़ गई।
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