यूपी के मेरठ जिले में इंटेलिजेंस विभाग में तैनात सीओ राघवेन्द्र चौहान को उनके ही विभाग में इंसाफ नहीं मिल रहा है। वह न्याय के लिए लम्बे समय से भटक रहे हैं।

  • दरअसल एटा में पूर्व में हुए त्रिस्तरीय चुनाव के दौरान सत्ता की हनक में बाहुबली नेता जुगेंद्र सिह यादव के बेटे पुष्पेंद्र यादव द्वारा सीओ राघवेंद्र सिंह चौहान को फोन पर गाली गलौज किया गया था।
  • आरोप है कि मामले में धाराएं कम कर दी गईं, यह मामला फिर से गरमाया तो एसएसपी एटा एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने फिर से केस की विवेचना के आदेश दिए हैं।

क्या है पूरा मामला

  • बता दें कि यह मामला 13 अक्टूबर 2015 का है।
  • सीओ राघवेंद्र चौहान ने बताया उनकी तैनाती एटा के जलेसर में थी।
  • उन दिनों त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान उनकी परगना मजिस्ट्रेट जलेसर/जोनल मजिस्ट्रेट के साथ जोनल पुलिस अधिकारी के रूप में लगाई गई थी।
  • तभी बाहुवली नेता जुगेंद्र सिंह का बेटा पुष्पेंद्र द्वारा समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहा था।
  • जुगेंद्र सिंह उन दिनो सत्ता में थे और पार्टी में अच्छी पहुंच रखते थे।
  • सत्ता की हनक के चलते चुनाव आयोग के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए पुष्पेंद्र यादव सुबह से अपने सरकारी गनर जिसके पास कार्बाइन भी थी।
  • आरोप है कि उन्होंने निजी वाहन को कुंवर पुर नगरिया थाना मलावन के मतदान केंद्र के दरवाजे पर खड़ा कर दिया।

https://youtu.be/rWZpmBIPkyA

  • जिसका जोनल मजिस्ट्रेट ने हटवाने का आदेश सीओ राघवेंद्र चौहान को दिया।
  • वाहन हटवाने पर खिसियाये सपा नेता पुष्पेंद्र यादव ने सीओ राघवेंद्र चौहान के सीयूजी नम्बर पर अपनी तरफ से फोन कर जम कर धमकाया और भद्दी-भद्दी गलियां दी और पोलिग बूथ को लूटने की धमकी देने लगा।
  • इसकी शिकायत सीओ ने मोबाइल से तत्कालीन एसएसपी और जिलाधिकारी से की परंतु कार्रवाई ना होने के बाद यह बात सोशल मीडिया पर वॉयरल होने के बाद अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) ने संज्ञान लेकर धारा 353/504/135 क में मामला पंजीकृत कराया।
  • आरोप है कि इस मामले के बाद सीओ के बिना आवेदन किये ही उनकी विवेचना एटा से अलीगढ़ ट्रांसफर कर दी गई।
  • इतना ही नहीं विवेचना में विवेचक ने महत्त्वपूर्ण साक्ष्यो को नजरंदाज कर धारा 353 को हटा दिया।
  • इस मामले में एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज सिंह से न्याय की गुहार लगाते हुए मामले की जांच के लिए प्रार्थना पत्र दिया तो एसएसपी ने इस मामले में पुनः विवेचना के आदेश दिए है।
  • साथ ही मामले की जांच एएसपी क्राइम अनूप कुमार को सौंपी है।

https://youtu.be/zOfRcsd3RUk

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें