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अनुदानित महाविद्यालय/ विश्वविद्यालय स्वपोषित अनुमोदित शिक्षक संघ के तत्वावधान में प्रदेश भर से आये सैकड़ों की संख्या में महिला/पुरुष शिक्षकों ने सोमवार को सपा के प्रदेश कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन कर नारेबाजी की। उन्होंने मुलायम सिंह यादव पर धोखेबाजी का आरोप लगाते जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट का घेराव किया। शिक्षकों ने आरोप लगाया कि नेता जी ने हुए कहा नेताजी के लिखित आदेश के बाद भी सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी है। उन्होंने मुलायम सिंह यादव से वार्ता करने का फैसला लिया। शिक्षकों ने चेतावनी और आत्मदाह की धमकी देते हुए कहा कि अगर हमारी मांगों पर निर्णय नहीं लिया गया तो शिक्षक सामूहिक रुप से विधानसभा के सामने आत्मदाह कर लेंगे।
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यह है शिक्षकों की मांग
https://www.youtube.com/watch?v=7vL-JWRY4Uw&feature=youtu.be
- संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. के एस पाठक ने बताया कि पिछले दिनों शिक्षकों ने विधानसभा के सामने 101 दिन धरना दिया था।
- इसके बाद सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आश्वासन के बाद शिक्षकों ने धरना स्थगित कर दिया था।
- उस समय 26 दिसंबर 2013 को सपा सरकार ने साफ शब्दों में संघ के प्रतिनिधिमंडल से कहा था कि समाजवादी पार्टी की सरकार आप लोगों को नियमित कर देगी।
- इस क्रम में 24 जनवरी 2016 को जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती के अवसर पर प्रदेश भर से आए एडेड डिग्री कॉलेज के हजारों अनुमोदित शिक्षक सपा कार्यालय पहुंचे थे लेकिन नेता जी से मुलाकात नहीं हो पाई।
- इसके बाद शिक्षक मुलायम सिंह यादव के आवास पर गए जहां शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल को मुलायम सिंह ने विश्वास दिलाते हुए कहा कि आपका नियमितीकरण अवश्य होगा।
- उन्होंने कहा कि नेता जी ने कहा था कि विनियमितिकरण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार एवं उत्तर प्रदेश शासन को लिखित निर्देशित कर दिया गया है।
- नेता जी ने यह भी कहा था कि विनियमितीकरण में बजट आगे हाथ नहीं आना चाहिए।
- इसी क्रम में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा के स्तर पर शिक्षक प्रतिनिधि मंडल की बैठक हुई जिसमें प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार ने कहा था कि आपके विनियमितीकरण के शिक्षकों का पूरा विवरण एवं मुख्यमंत्री को भेज दूंगा।
- उसके बाद मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव आलोक रंजन जो से विनियमितीकरण के विषय पर संघ से बात करने के लिए निर्देशित किया था जो पहले 31 मार्च 2016 तथा बाद में 20 मई 2016 निर्धारित होकर अज्ञात कारणों से बात नहीं हो सकी थी।
- इसी बीच में उच्च शिक्षा मंत्री का प्रभार शारदा प्रताप शुक्ला को मिला।
- संघ ने उनको पहले हुए विनियमितीकरण की कार्यवाही से अवगत कराया तो उन्होंने कहा इस संबंध में मैं नेता जी से और मुख्यमंत्री से बात करूंगा।
- चुनाव नजदीक देख अध्यापकों में यह बेचैनी बढ़ गई है।
- शिक्षकों का कहना है कि नेताजी के आदेश के 7 महीने बीत गए लेकिन कार्यवाही पूरी नहीं हुई।
- इससे आक्रोशित होकर शिक्षकों ने नेता जी से मिलने का निर्णय लिया लेकिन उन्होंने मुलाकात नहीं हो सकी।
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