राजधानी के सरोजनीनगर थानाक्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब एक निर्माणाधीन ईमारत की स्लैब शटरिंग (slab collapse) खुलने से अचानक भरभराकर गिर गई। घटना से वहां अफरा-तफरी मच गई और दो मजदूर इसके मलबे में दब गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घण्टों की मशक्कत के बाद मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकलवाया और लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया जहां उनकी हालत खतरे से बाहर है। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
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क्या है पूरा घटनाक्रम
- पुलिस के मुताबिक, थानाक्षेत्र के ट्रांसपोर्ट नगर के सेक्टर-सी में कब्रिस्तान के सामने रामदेव एक इमारत का निर्माण करवा रहे हैं।
- इस इमारत के काम में करीब एक दर्जन से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं।
- इनमें से कुछ राजधानी और आसपास के जिलों के हैं।
- जबकि कुछ मजदूर छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं।
- शनिवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे के आसपास स्लैब डालते समय छत शटरिंग खुल गई।
- इससे गिट्टी, मौरंग और मसालायुक्त मलबा भरभरा कर नीचे गिर गया।
- मलबे में छत्तीसगढ़ के रहने वाले टिंगू और गुमान दब गए।
- निर्माणाधीन इमारत गिरने की सूचना पुलिस को दी गई।
- सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद दोनों मजदूरों को बाहर निकलवाया।
- पुलिस ने एम्बुलेंस की मदद से मजदूरों को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया।
- जहां डाक्टरों ने दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई है।
सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं
- बिल्डिंग का काम करने वाले मजदूरों की जान की सुरक्षा की कोई परवाह नहीं है।
- यहां काम करने वाले मजदूरों के लिए ना तो सुरक्षा जैकेट का इंतजाम था और ना ही हेलमेट का।
- लोगों का कहना है कि भले ही काम प्राइवेट कराया जा रहा हो लेकिन मजदूरों की सुरक्षा का तो इंतजाम बिल्डिंग मालिक को करना चाहिए था।
- बता दें की बिल्डिंग की स्लैब गिरने का यह कोई पहला मामला नहीं है।
- इससे पहले कानपुर में दो घटनाएं हुईं थीं इसमें कई लोगों की जान तक चली गई थी।
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