यूपी पुलिस को भले ही सीएम और डीजीपी ने निर्देश दे रखा हो कि शिकायत मिलने पर पीड़ित की एफआईआर जरूर लिखी जाये। लेकिन सीएम और डीजीपी के निर्देश यूपी पुलिस में तैनात लापरवाह थानेदारों के ठेंगे पर हैं।

  • इसकी बानगी आगरा जिले में देखने को मिली यहां की रहने वाली एक महिला ने पुलिस की लापरवाही उजागर करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को ट्वीट कर मदद और अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है।

ट्रेन हादसे में हो गई थी पति की मौत

  • जानकारी के मुताबिक, आगरा जिले के शाहगंज इलाके में रहने वाले रामकुमार अपनी पत्नी निर्मला वर्मा, दो बेटी साक्षी वर्मा और स्वेता वर्मा एवं एक 9 वर्ष के बेटे शुभ वर्मा के साथ रहते हैं।
  • रामकुमार डीआरएम कार्यालय में बतौर सेक्शन इंजीनियर तैनात थे।
  • पिछले माह फरवरी में उनकी अज्ञात कारणों से ट्रेन से गिरकर मौत हो गई थी।
  • निर्मला का आरोप है कि उनके पति की हत्या की गई है और शव को रेलवे ट्रैक पर फेंका गया। पीड़िता का कहना है कि पति के शव को देख कर उनके शरीर पर जिस प्रकार के चोट के निशान थे वह हत्या की ओर इशारा कर रहे थे।
  • पीड़िता का आरोप है कि जब वह हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए थाने गई तो पुलिस ने वहां से भगा दिया।
  • पीड़िता को पुलिस ने काफी दिनों के बाद पीएम रिपोर्ट दी लेकिन काफी कहने के बाद अभी तक हत्या का केस दर्ज नहीं किया।
  • पीड़िता को जब स्थानीय पुलिस से दो माह बाद भी कोई मदद नहीं मिली तो उसने सीएम आदित्यनाथ योगी को अपनी परेशानी का वीडियो बनाकर ट्वीट किया है।
  • पीड़िता ने कहा है कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगी।
  • हालांकि इस मामले में थाना प्रभारी शाहगंज विनय कुमार मिश्रा ने बताया कि उन्होंने अभी दो दिन पहले ही थाने का चार्ज लिया है उन्हें ज्यादा मामले की जानकारी नहीं है।
  • उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि पीड़िता के पति की ट्रेन हादसे में मौत हुई थी।
  • फिलहाल पीड़िता थाने पर आकर उनसे मिले तो उसे न्याय मिलेगा और पुलिस पूरी मदद करेगी।

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