हरदोई जिले में योगी सरकार के महिला (woman miscarried) उत्पीड़न के मामलों में कार्रवाई में तेजी लाने के आदेश बेअसर साबित हो रहे हैं। एक महिला को उसके पति व ननद ने पीटा जिससे उसका गर्भपात हो गया।
- पुलिस ने कार्रवाई के बजाय उसे थाने से भगा दिया।
- पीड़िता जब एसपी की चौखट पर पहुंची तो उसे पहले इलाज कराकर आने को कहा गया।
- इससे आप खुद की पुलिस की कार्यशैली का अंदाजा लगा सकते हैं।
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क्या है पूरा मामला
- मामला हरदोई के मझिला थाना क्षेत्र का है।
- यहां के करांवा निवासी रंजना (20) को उसके पति भानू प्रताप व ननद ने किसी बात से गुस्सा होकर पीट दिया।
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- इस पिटाई के चलते उसका आठ माह का गर्भपात हो गया, लेकिन ससुराली जन नहीं पसीजे।
- रंजना ने किसी तरह से मामले की जानकारी अपने मौसा शिवराज को दी।
- रंजना के पिता रामप्रकाश निवासी आजाद नगर शहर कोतवाली का निधन काफी समय पहले हो चुका है।
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- उसकी सिर्फ मां है ऐसे में उसके मौसा शिवराज निवासी बेहटा गोकुल उसको लेकर एसपी की ड्योढ़ी पर पहुंचे।
- जहां से उन्हें पहले इलाज कराने को कहा गया।
- इस मामले में कोई भी अधिकारी कैमरे के सामने आना नहीं चाहता तो अंदाजा लगाया जा सकता है, कार्रवाई क्या होगी।
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- इस मामले (woman miscarried) में जब मझिला थाना से संपर्क करने की कोशिश की गई तो थानेदार का मोबाईल नंबर पहुंच से बाहर बता रहा था।
- इसके चलते थाना प्रभारी से बात नहीं हो सकी।
- वहीं क्षेत्राधिकारी का नंबर भी नॉट रिचबल बता रहा था।
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https://youtu.be/cN3IIKtB-og
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