मनमोहन सिंह ने बैंक ऑफ़ बड़ौदा पर 10 लाख रुपये का मानहानि का दावा ठोक दिया है। जिसका नोटिस बैंक को भेजा जा चुका है और साथ ही बैंक को 30 दिनों का वक़्त दिया गया है।
क्या है पूरा मामला:
- उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के बिलसंडा गांव के किसान मनमोहन सिंह का नाम बैंकों का करीब 9 हजार करोड़ रुपये लेकर भागे विजय माल्या के बैंक गारंटर के तौर पर सामने आया था।
- जिसके बाद मनमोहन सिंह के बैंक अकाउंट को बंद कर दिया गया था।
- मनमोहन सिंह के पास कुल 8 एकड़ जमीन और 2 बैंक अकाउंट हैं।
- एक तरफ जहाँ बैंक मनमोहन सिंह को विजय माल्या का बैंक गारंटर मान रहे थे, वहीँ मनमोहन सिंह का कहना है कि, उन्होंने कभी विजय माल्या का नाम भी नहीं सुना है और न ही कभी मुंबई गए हैं।
- वहीँ बैंक ऑफ़ बड़ौदा के मैनेजर का कहना है कि, उनके पास रीजनल ऑफिस से अकाउंट सीज करने के आदेश मिले थे।
- पेशे से किसान मनमोहन सिंह को अकाउंट सीज होने के बाद सरकारी स्कीमों का फायदा नहीं मिला पाया, क्योंकि स्कीमों का सारा पैसा अकाउंट में ही आता है।
- जिस कारण मनमोहन सिंह को अपनी फसल भी सस्ते दामों में बेचनी पड़ी।
- मनमोहन सिंह की खबर मीडिया में आते ही बैंक अकाउंट एक्टिव कर दिया गया।
- मनमोहन सिंह के अनुसार उनके सेविंग अकाउंट को सीज करने का आदेश था लेकिन किसान क्रेडिट कार्ड क्यों सीज किया गया।
- रीजनल ऑफिस से आये मेल में किसान के दोनों अकाउंट को तत्काल शुरू करने के आदेश दिए गए हैं।
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