लखनऊ में राज्यसभा के चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी को अपना वोट देने वाले निषाद पार्टी ने अपने इकलौते विधायक विजय मिश्रा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। शिवपाल सिंह यादव के बेहद खास माने जाने वाले विजय मिश्रा राज्यसभा के इस चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया था। विजय मिश्रा भदोही के ज्ञानपुर से पार्टी के विधायक है। इससे पहले वह समाजवादी पार्टी के चुनाव लड़ते थे। बीते विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से टिकट न मिलने पर विजय मिश्रा ने निषाद पार्टी से चुनाव लड़ा था।
निर्बल इंडियन शोषित हमारा अपना दल (निषाद पार्टी) के अध्यक्ष डॉक्टर संजय कुमार निषाद ने ज्ञानपुर के विधायक विजय मिश्रा को पार्टी से निकाल दिया है। उनको पार्टी की प्राथिमक सदस्यता से भी निलंबित किया गया है। संजय कुमार निषाद ने कहा कि राज्यसभा के लिए हुए चुनाव में विधायक ने पार्टी की मुखालफत कर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया था।
इससे कारण बसपा प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर को हार का सामना करना पड़ा था। मिश्रा पार्टी के एकलौते विधायक थे। उन्होंने कहा कि जब सभी पार्टियों ने विजय मिश्रा के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए थे तब हम लोगों ने उन्हें टिकट देकर विधानसभा पहुंचाया। उन्होंने पार्टी और मतदाताओं के साथ धोखा किया है। समय आने पर पार्टी और कार्यकर्ता उन्हें माकूल जवाब देंगे।
संजय निषाद ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर मिश्रा की सदस्यता समाप्त करने की मांग की जाएगी। निषाद पार्टी गरीबों, वंचितों और निर्बलों की लड़ाई लड़ने के लिए बनी है और हमेशा इसी उद्देश्य के साथ काम करती रहेगी। भाजपा पूंजीवादी, सामंतवादी विचारधारा के लोगों की पार्टी है। उनके साथ विधायक का हाथ मिलाना पार्टी के सिद्धान्त के खिलाफ है।
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने क्रॉस वोटिंग के मामले में विजय मिश्रा को पार्टी से बाहर करने की जानकारी दी। निषाद पार्टी के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के भाजपा प्रत्याशी को वोट देने के मामले को निषाद पार्टी ने घोर अनुशासनहीनता माना है। पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने आज विजय मिश्रा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।