केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में लगातार कई जन सरकारी योजनाओं को लाकर प्रदेश व जनता के विकास में कार्यरत हैं, लेकिन वहीं प्रदेश के कुछ गाँव ऐसे हैं जहाँ के भोले भाले ग्रामीण सरकारी योजनाओं और सरकार के प्रयासों से अनभिज्ञ है. इसी बात का फ़ायदा ग्राम प्रधान उठा रहे हैं. ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं के बारे में बताने वाला कोई नहीं, लेकिन गाँव में सरकारी योजनाओं से जो थोड़ी बहुत सुविधा मिलती है उसका श्रेय ग्राम प्रधान ले लेते हैं.
ग्रामीणों की अज्ञानता के कारण गाँवों की हालत दूबर:
ऐसा ही एक मामला प्रतापगढ़ जिले के एक गाँव में देखने को मिला जहाँ जब आवास योजना, शौचालय योजना और गरीबों को मिलने वाले राशन के बारे मे गांव वालो से जानकारी की गई तो गांव वालों ने बताया कि सब कुछ तो प्रधान जी दे रहे है.
देश और प्रदेश मे भाजपा की सरकार चल रही हैं लेकिन प्रतापगढ़ में आपस की गुट बाजी की वजह से सरकार की इन सब योजनाओं को बताने वाला कोई नहीं. आखिर गाँव के भोले भाले ग्रामीणों को इस बारे में कौन बताये और समझाये.
ये हालात हैं कि जिले के बेल्हा गांव की अनभिज्ञ जनता को नहीं मालूम कि कितना पैसा किस मद मे मिल रहा है। सब कुछ प्रधान जाने। सवाल ये उठता है कि जब जनता को सरकार कि योजनाओं और अपने अधिकारों के बारे में पता ही नहीं होगा तो वे इसका लाभ कैसे ले सकेंगे? इसी के साथ एक सवाल ये भी सामने आता है कि जनता को ये सब जानकारी कैसे हो?
सड़कें बदहाल, बिजली पानी की समस्या से जूझते ग्रामीण:
भोले भाले ग्रामीणों और अनभिज्ञ जनता को कौन बताए कि उनके लाभ के लिए बनाई गयी योजनाओं को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संचालित कर रहे हैं.
प्रतापगढ़ के बेल्हा गाँव में आज भी जागरूकता का अभाव है. यही वजह है कि गाँव की सड़के बदहाल हैं, पीने वाले पानी का हैण्ड पम्प तक आसपास नहीं है. ग्रामीणों को इसके लिए कोसों दूर जाना पड़ता है. बिजली की भी समस्या है.
वहीं गाँव के प्रधान गाँव के लिए इतेमाल होने वाली विकास निधि को भी खर्च नहीं करते. जबकि सरकार गरीब और गाँव के विकास के लिए सरकारी धन सांसदों और विधायकों के माध्यम से विकास कार्य ले लिए जारी करती है.
लेकिन ग्राम बेल्हा के विकास की जमीनी हकीकत कुछ और ही दिखाई पड़ती है. लेकिन कागजों में खानापूर्ति करने में अधिकारी और नेता पीछे नहीं रहते.
गाँव की हालत ये है कि सड़को के नाम पर गड्डे और जल भराव है. जिसकी वजह से गंदगी और दुर्घटनाएं जनता का साथ नहीं छोडती. उन्हें उनके हक और अधिकारों के बारे में ज्ञात नहीं, जिसका फ़ायदा अधिकारी और प्रधान उठाते हैं.
सवाल उठता है कि भाजपा सरकार का नारा ‘सबका साथ सबका विकास’ कब दिखेगा। फिरहाल अभी तक प्रतापगढ़ की स्थित देखते हुए भाजपा के इस नारे के आधार पर विकास देखने को नहीं मिला है.