जनरक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डीएस चौहान ने रविवार को लखनऊ में उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय के पश्चिमी गेट पर ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि करीब 40-45 सालों से जिस रास्ते पर ग्रामीण निकलते आये हैं उसे विवि प्रशासन ने बाउंड्री उठवाकर बंद करवा दिया। इससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन कर विवि प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन की सूचना पाकर एसडीएम और मड़ियांव कोतवाली प्रभारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ज्ञापन लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों की दो मांगे तुरंत मान ली। जबकि अन्य मांगों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने एक सप्ताह का समय मांगा है। आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया।
जनरक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डीएस चौहान ने बताया कि ग्राम चकरपुर वावा नरहरपुर निवासियों के निकास हेतु गत 40-45 वर्षों से प्रयोग में लाए जाने वाले मुख्य मार्ग को उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बाउंड्री उठवाकर बंद कर दिया गया। इससे ग्रामीणों का आना जाना अवरुद्ध हो गया था। पीड़ित ग्रामीणों ने विवि प्रशासन से शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना जनरक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को दी। ग्रामीणों के अनुरोध पर डीएस चौहान उक्त उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय के पश्चिम गेट पर पहुंचे और ग्रामीणों के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन करने लगे।
प्रदर्शन की सूचना पाते ही कोतवाली मड़ियांव प्रभारी निरीक्षक, चौकी प्रभारी मय फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पार्टी के अध्यक्ष ने एक ज्ञापन प्रभारी निरीक्षक को दिया और मांग की कि जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर बुलाया जाए। प्रभारी निरीक्षक ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। जिस पर अमल करते हुए जिलाधिकारी लखनऊ के निर्देश पर जिला प्रशासन के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के निकास हेतु रास्ता बनवाने का आश्वासन दिया। धरना में पप्पू यादव, अनिल यादव, संजय यादव, ललित यादव, दुर्गेश यादव, जगदीश यादव ,अवधेश यादव, मिर्जा नफीस बेग, वीरेंद्र यादव आदि लोग भी पहुंचे।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]ये हैं पीड़ित ग्रामीणों की मांगे[/penci_blockquote]
➡उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय द्वारा मुख्य निकासी मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्य को तुरंत रोका जाए।
➡जब तक वैकल्पिक मार्ग उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय व सहारा सिटी के बीच जाने वाला मार्ग चौड़ा, क्लियर, खड़ंजा/ इंटरलॉकिंग युक्त नहीं किया जाता है। तब तक हम लोगों को पुराने निकास मुख्य मार्ग से निकलने दिया जाए।
➡हम लोगों को पूर्व में भी सहारा वह आई आई एम द्वारा छल कपट किया जा चुका है। इसलिए विवि के वीसी के मौखिक आश्वासन से हम लोग संतुष्ट नहीं हैं। पहले वैकल्पिक मार्ग कंपलीट कराया जाए फिर निर्माण कार्य होने दिया जाए।
➡उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित गेट ना लगने दिया जाए। जिससे विश्वविद्यालय के छात्र गांव में आकर उदंडता करेंगे।
इनपुट- ज्ञानेंद्र
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