इलाहबाद में भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता विनय कटियार ने कहा की ज़रूरत पड़ी तो राम मंदिर के लिए संघर्ष होगा.
1992 से भीषण संघर्ष होगा:
विनय कटियार ने कहा की भगवान राम हम सब की आस्था के प्रतीक है अबकी बार राम मंदिर निर्माण के लिए 1992 से भी ज्यादा भीषण होगा संघर्ष.
मंदिर निर्माण के लिए कोर्ट के निर्णय की ज़रूरत नहीं:
विनय कटियार ने आगे यह कहा की बाबर ने जब प्रभु राम का मंदिर तोड़ा था तब क्या उसने कोर्ट के निर्णय का इंतज़ार किया था? जैसे मंदिर तोड़ने के लिए बाबर को कोर्ट के निर्णय की आवश्यकता नहीं पड़ी. वैसे ही हमें भी अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए किसी कोर्ट के निर्णय आवश्यकता नहीं है.
राम मंदिर का मुद्दा कोर्ट से परे:
भगवान राम हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक है लिहाज़ा राम मंदिर का मुद्दा किसी भी कोर्ट के फैसले से परे है. हम कोर्ट के फैसले के बाद आगे की रणनीति पर विचार करेंगे कि क्या करना है. राम मंदिर को लेकर कोर्ट में चल रहा है केस इसलिए हर व्यक्ति को कोर्ट के फैसले का करना चाहिए सम्मान ।
बौद्ध मतावलंबियों के दावे पर भी बोले:
विनय कटियार ने सुप्रीम कोर्ट में बौद्ध मतावलम्बियों के दावे पर बोलते हुए कहा की भगवान श्री राम अनादिकाल के हैं जबकि भगवान बुद्ध की गिनती बाद में आती है.
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