मेयर और पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह समाप्त हो गया. शपथ ग्रहण समारोह में डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा भी पहुंचे थे. मेयर विनोद अग्रवाल ने पद और गोपनियता की शपथ ली. इस दौरान डिप्टी सीएम ने सभा को संबोधित किया.
स्थानीय निकाय राजनीति की नर्सरी होती है:
- 11 वर्षो तक मैं महापौर रहा. सदन में दलों की सीमाएं छोड़कर विकास के लिए काम करना महत्वपूर्ण है.
- आज सरकार की प्राथमिकता बदली है.
- निचले स्तर पर समस्याओं का समाधान ओर सिटीजन चार्टर लागू होना चाहिए.
- सरकार की मंशा खुले में शौच मुक्त हो.
- एक कांटेक्ट प्रोग्राम के तहत शहर की परिकल्पना है.
- उन्होंने कहा कि महापौर को विन्रम रहकर सदन चलाना चाहिए.
- नगर निगम परिवार की तरह चले.
- पब्लिक तीन कारणों से पार्षदों के पास आती है.
- पहला प्रभाव के चलते दूसरा अभाव में आते है.
दिनेश शर्मा का संबोधन:
- अस्सी प्रतिशत लोग लगाव में आते है.
- जनता हमारी भगवान होती है.
- हमारे स्वभाव में परिवर्तन नही होना चाहिए.
- पब्लिक चाहती है कि उसकी बात सुनी जाये.
- रात के ढाई बजे लोग शिकायत करते हैं और रात में मुझे कॉल कर कुत्ता मरने की शिकायत की गई, मैंने रात में अधिकारियों को काम के लिए कहा.
- उसके बाद हर दिन वो मुझे शहर में जानवरों के मरने की सूचना देते थे.
- ये हँसने की बात है लेकिन ये चिंतन की भी बात है.
- जनता के प्रति जबाबदेही का भाव हमेशा होना चाहिए.
- अधिकारी पार्षद ओर महापौर एक परिवार है.
- सबके समागम से ही अच्छा काम हो इसकी आवश्यकता.