उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद का दो दशक पुराना विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। दोनों ही पक्षों में 1992 से यह विवाद और भी गहराता गया। जहां एक ओर हाल में सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दें को आपसी बातचीत से सुलझाने की राय दी है, वहीं दो पक्ष से जुड़े कई लोग इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं। अब विश्व हिन्दू परिषद भी राम मंदिर को लेकर अपनी मुहिम तेज करने जा रहा है।
बाबरी मस्जिद पर विहिप और बजरंग दल का विरोध
- मेरठ में बुधवार को विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल ने एक प्रेसवार्ता की।
- इस प्रेसवार्ता में अयोध्या में जल्द से जल्द राम मंदिर बनाने मांग की।
- इस दौरान बजरंग दल के प्रान्त सयोजक बलराज डूगर ने कहा के केंद्र में भाजपा की सरकार है,
- साथ ही यूपी में भी भाजपा की सरकार है,
- इसलिये अब जल्द से जल्द रामलला की जन्मस्थली पर राम मन्दिर का निर्माण होना चाहिए।
- दोनो संगठनों ने कहा कि बाबर का हिंदूस्तान से कोई मतलब नही था,
- उसका यहां न तो जन्म और न ही उसकी यहां मौत हुई थी।
- इसलिए उसके नाम की मस्जिद अयोध्या में क्या पूरे देश में कही भी नहीं बनने दी जाएगी।
- साथ ही कहा कि 26 मार्च को मेरठ में इस अभियान को और तेज किया जाएगा।
- जो कि विश्व हिन्दू परिषद के अंतराष्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय के नेतृत्व में होगा।
- ताकि अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन तेज़ करने की रणनीति की शुरुआत हो सके।