उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विवेक तिवारी हत्याकांड को लेकर भले ही पुलिस अपनी जांच में लगी हुई है लेकिन अभी तक ये पूरा मामला एक गुत्थी बना हुआ है. एक ओर जहाँ आरोपी सिपाही मामले में मृतक विनीत तिवारी पर आरोप लगा रहे हैं, वहीं मृतक की पत्नी और प्रत्यक्षदर्शी सना इसमें सिपाही पर आरोप लगा रहीं हैं. 

सीसीटीवी फूटेज में कैद है उस रात की घटना:

सभी उम्मीद कर रहे हैं कि कुछ ऐसे साक्ष्य मिल जाएँ जिनसे उस रात की पूरी वारदात का आँखों देखा हाल पता चल सके. इसी कड़ी में पेकफैड के सीसीटीवी फूटेज से ही उम्मीद बनी हुई हैं.

सभी पैकफैड के सीसीटीवी फूटेज को देखना चाहते है लेकिन विभाग के जीएम ने बताया कि यह मामला बेहद गंभीर है इसलिए बिना अधिकारिक निर्देश के फूटेज नहीं दी जा सकती है.

[penci_blockquote style=”style-3″ align=”none” author=””]बता दें कि पैकफैड के 4 कैमरों में उस रात का पूरा सच हैं. इन चार कैमरों ने सिपाही और विवेक तिवारी के बीच उस रात हुई घटना को किस तरह और कितना कैद किया ये जान लेना बेहद जरुरी है.[/penci_blockquote]

पहला कैमरा:

घटना को कैद करने वाला पहला कैमरा मुख्य गेट पर लगा हुआ है. जिस जगह पर पूरी वारदात हुई कैमरा वहाँ से 15 मीटर की दूरी पर है. ये स्टिल कैमरा सड़क के दूसरे लेन को कवर करता हैं.

दूसरा कैमरा:

वहीं पैकफैड का दूसरा सीसीटीवी मुख्य गेट से अंदर की तरह कुछ दूरी पर लगा हुआ है. बिल्डिंग के कोने पर उंचाई में लगा ये दूसरा कैमरा इस बात को साफ़ कर देगा कि आरोपी पुलिस कर्मी उलटी दिशा से विवेक की कार के सामने आये थे, जैसा की सना ने अपने बयान में बताया था कि पुलिस कर्मी उलटी दिशा से कार के सामने आ गये थे और अपनी बाइक चार के सामने लगा दी थी.

तीसरा कैमरा:

वहीं कार्यालय के निकास द्वार पर भी एक कैमरा लगा हुआ है, जिसकी पहुँच दूर तक है. इसलिए इस के फूटेज से ये पता चल सकेगा कि गोली लगने के बाद विवेक जब कार ड्राइव कर रहे थे तो उनकी क्या स्थिति थी. इससे एक बात और स्पष्ट हो जायेगी कि आरोपी पुलिस कर्मियों द्वारा विवेक पर गोली चलाने के बाद वो वहां से भाग निकले थे या विवेक की गाड़ी के पीछे गये थे.

चौथा कैमरा:

एक और कैमरा है जो उस रात को लेकर अन्य बातें भी साफ़ कर देगा.ये कैमरा पैकफैड बिल्डिंग के पीछे की तरफ लगा है. इस कैमरे में विवेक की गाड़ी जिस खंबे से टकरा कर रुक गयी थी, वहां का नजारा कैप्चर हुआ होगा.

इस सीसीटीवी फूटेज से हादसे के बाद की सभी गतिविधियों के बारे में पता चल सकेगा.

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