यूपी के कन्नौज अपहरण कांड में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल (वीपीआई) के संरक्षक भरत गांधी ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता आयोजित कर कई गंभीर आरोप (CM Akhilesh Yadav accused) लगाए।
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- भरत गांधी ने बताया, डिंपल के खिलाफ कन्नौज लोकसभा चुनाव में हमारे पार्टी के प्रत्याशी को पूर्व सीएम ने सत्ता का गलत इस्तेमाल का अपहरण करवा अपनी पत्नी को निर्विरोध जीता लिया था।
- इस मामले की सुनवाई मानवाधिकार आयोग ने मामले को फुल बेंच को भेजा दिया है।
- इसके बाद उम्मीद है कि, शायद अखिलेश और उनके परिवार के सदस्यों को सजा मिल सके।
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सीएम योगी पर अखिलेश से मिले होने का आरोप
- कैसरबाग स्थित गांधी भवन में वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के संस्थापक भरत गांधी ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर आरोप लगाया कि, उन्होंने वर्ष 2012 में अखिलेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद कन्नौज लोकसभा सीट खाली कर दी थी।
- जहां से अखिलेश ने अपनी पत्नी डिंपल यादव को चुनाव लड़ाने के लिए किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को चुनाव नहीं लड़ने दिया।
- फिर भी वोटर्स पार्टी ने अमेठी जिले के रहने वाले प्रभात पाण्डेय को चुनाव लड़ने के लिए वहां भेजा था।
- लेकिन सीएम ने सत्ता का दुरुपयोग कर प्रभात का चुनाव तक अपहरण कर कन्नौज में ही बंधक बनाकर रख लिया था और डिंपल के चुनाव जीत जाने के बाद ही प्रभात को मुक्त किया।
- इसकी शिकायत वोटर्स पार्टी ने मानवाधिकार आयोग किया था।
- जहां लंबे समय से पूरे मामले की सुनवाई चल रही थी।
- जिसे आयोग ने बीते दिनों मामले की सुनवाई के लिए फुल बेंच को भेज दिया है।
- जिसके चलते वोटर्स पार्टी के अंदर इस लोकतंत्र में न्याय की आश जगी है।
- भरत गांधी ने लगातार अखिलेश और उस वक्त की पुलिस व्यवस्था पर आरोप लगाते हुए कहा कि, सीएम के कहने पर पुलिस मुझ पर और हमारे कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस बनाकर जेल में बंद करने का प्रयास कर रही थी।
- जिसे मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए भरत गांधी को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा था।
- लेकिन अखिलेश की सरकार खत्म होने के बावजूद भी मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ की भी पुलिस ने सुरक्षा मुहैया नहीं कराई।
- भरत गांधी ने राजधानी पुलिस पर अखिलेश से मिले होने का आरोप लगाया।
- उन्होंने कहा कि, सरकार तो बदली पर अब भी मुख्य कुर्सियों पर अखिलेश के गुंडे बैठे हैं।
- जिसे योगी सरकार ने जल्द न बदला तो प्रदेश में कानून व्यवस्था का और अधिक बुरा हाल होगा।इस दौरान कार्यक्रम में वोटर्स पार्टी विभिन्न जनपदों से आये कार्यकर्ता भी मौजूद रहें।
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अविलम्ब पुलिस सुरक्षा की मांग
- मानवाधिकर आयोग भरत गांधी को पुलिस सुरक्षा देने के लिए सन 2014 से लेकर अब तक कई आदेश जारी कर चुका है।
- लेकिन अखिलेश सरकार ने किसी भी आदेश का अनुपालन नहीं किया।
- अब योगी सरकार आने पर अनुपालन शुरू हुआ किंतु पुलिस सुरक्षा अभी तक नहीं दी गई है।
- हालांकि प्रदेश के गृह ने सचिव भरत गांधी को पुलिस सुरक्षा देने का आदेश गत 19 अप्रैल को ही दिया था।
- लेकिन उस आदेश का अनुपालन भी अभी तक नहीं हुआ है।
- 19 अप्रैल को उसी दिन आयोग ने मामले की सुनवाई के लिए गांधी के मामले की फाइल आयोग की पूर्ण पीठ को भेज दी।
- प्रदेश सरकार को आदेशित किया है कि गांधी के मामले की जांच उत्तर प्रदेश की सीबीसीआईडी से करवाके आयोग को रिपोर्ट सौंपी जाय और गांधी को अविलम्ब पुलिस सुरक्षा दी जाए।
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3 बार हुए हमलों के बाद भी नहीं सुन रही सरकार
- गांधी धर्म, अध्यात्म, उद्विकास विज्ञान, नई अर्थव्यवस्था और नई राज्यव्यवस्था पर दर्जनों पुस्तकें लिख चुके हैं व भारत के संविधान में संशोधन प्रस्ताव तैयार करके सन 2000 में राष्ट्रपति को सौंप चुके हैं।
- राजनीतिक व्यवस्था को सुधारने संबंधी उनका एक प्रस्ताव भारत की संसद में 137 सांसद सन 2005 में प्रस्तुत कर चुके हैं।
- वर्तमान में गांधी राजनीतिक सुधार के लिए कार्यरत हैं और वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के प्रमुख हैं।
- इस पार्टी के संविधान में पार्टी के प्रमुख को नीति निर्देशक कहा जाता है।
- आरोप है कि इसी पार्टी के प्रत्याशी प्रभात पांडे और पार्टी के नेता सादेश यादव और राम सिंह लोधी व नामांकन के प्रयासरत अन्य प्रत्याशियों का अपहरण 6 जून 2012 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के उपचुनाव के दौरान करा लिया गया था।
- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने क्षुब्ध होकर मामले को 24 फरवरी 2016 को प्रदेश की सीबीसीआईडी को दे दिया।
- मामला सीबीसीआईडी तक 24 फरवरी 2016 में इसलिए पहुंचा, क्योंकि वीपीआई प्रमुख भरत गांधी पर 3 बार हुए हमलों के बावजूद भी अखिलेश सरकार ने गांधी को पुलिस सुरक्षा मंजूर नहीं की।
- मानवाधिकार आयोग ने क्षुब्ध होकर अपने नवीनतम आदेश 19 अप्रैल 2017 में मामले को एकल पीठ से स्थानान्तरित करके आयोग की पूर्ण पीठ को सुनवाई के लिए भेज दिया है।
- इससे कन्नौज अपहरण काण्ड के अभियुक्तों की मुश्किलें और बढ़ गयी हैं।
- कन्नौज अपहरण कांड में लगभग 800 लोगों पर सैकड़ों लोगों का अपहरण करने का आरोप है।
- मानवाधिकार आयोग की वेबसाइट www.nhrc.nic.in पर भरत गांधी की (CM Akhilesh Yadav accused) केस संख्या 40582/24/48/2013 द्वारा आयोग के नवीनतम आदेश 19.04.2017 को देखा जा सकता है।