उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सूबे के शिया-सुन्नी वक्फ बोर्ड को भंग करने का फैसला लिया है, जिसके बाद जल्द ही इस सन्दर्भ में कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि, धर्मार्थ कार्य और वक्फ बोर्ड(waqf board dissolution) मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस मामले के बाबत पत्र भी लिखा था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी मंजूरी(waqf board dissolution):
- उत्तर प्रदेश के शिया-सुन्नी वक्फ बोर्डों को को जल्द ही भंग किया जा सकता है।
- जिसकी मंजूरी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिल चुकी है।
- सीएम योगी की मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही इस सन्दर्भ में कार्रवाई की जाएगी।
- गौरतलब है कि, गुरुवार को योगी सरकार के मंत्री ने इस मामले के तहत CM को पत्र लिखा था।
- अल्पसंख्यक मंत्री मोहसिन रजा ने जानकारी दी कि, बोर्डों को भंग करने की सीएम योगी ने अनुमति दे दी है।
- साथ ही उन्होंने बताया कि, कानूनी पहलुओं पर गौर करने के बाद बोर्डों को भंग करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
शिया-सुन्नी वक्फ बोर्डों पर संपत्तियों के बंदरबांट का आरोप(waqf board dissolution):
- वक्फ बोर्ड में संपत्तियों की हेराफेरी में पूर्व सपा नेता आजम खान का भी नाम आया था।
- वहीँ बोर्ड में अनियमितता की जानकारी मंत्री मोहसिन रजा ने पहले ही दी थी।
- जिसके बाद गुरुवार को मंत्री लक्ष्मी नारायण ने CM योगी से बोर्डों के चेयरमैनों को बर्खास्त करने की मांग की थी।