उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड चेयरमैन के वसीम रिजवी ने एक बार फिर पीएम मोदी को खत लिखा है. इस बार वसीम रिजवी ने भारत में आईएसआईएस का झंडा दिखाने वाले आतंकी संगठनों के सदस्यों की गिरफ्तारी की मांग की है. 

प्रधानमंत्री मोदी को खत लिख कर की मांग:

वसीम रिजवी ने अपने खत में लिखा कि कश्मीर में आईएसआईएस के सदस्यों की संख्या बढ़ रही है. ये लोग खुले आम भारतीय फौजियों को झंडे दिखाते हैं. उन्होंने कहा कि ये भारत के शिया, हिन्दू समाज सहित सभी गैर मुस्लिम समाजों के लिए एक बड़े खतरे का संकेत है.

उन्होंने इस्लाम को सच्चा और नेक मजहब बनाते हुए कहा कि पैगम्बर मोहम्मद साहब के बाद इस्लाम की बागडोर सम्हालने वाले दूसरे नम्बर के खलीफा ने इस्लाम कि पहचान तलवार की नोक से कर दी और यहीं से इस्लाम में जुल्म और ज्यादती की शुरुआत हो गयी.

आईएसआईएस संगठन कश्मीर के रास्ते हिन्दुस्तान में पैर पसार रहे:

रिजवी ने बताया कि जालिम कट्टरपंथी मुसलमान शासकों के दौर में साल 1202 से 1773 तक हिन्दू जैन और सिख समाज के तकरीबन 25 लाख लोगों की क्रूरता से हत्या की गयी. इसका गवाह इतिहास हैं.

वहीं 20वीं सदीं ने कुछ कट्टरपंथियों ने ये नरसंहार फिर से शुरू किया. जिसकी शुरुआत लादेन ने अफगानिस्तान से की. और अब अबू बक्र बगदादी आईएसआईएस संगठन बना कर अपने आप को मुसलमानों का खिलाफा समझ रहा है.

उन्होंने चिंता जताई कि आईएसआईएस का संगठन कश्मीर के रास्ते हिन्दुस्तान में अपने पैर पसार रहा हैं. वहीं जेहाद का सपना देख रहे कुछ मुल्ला भारत के कुछ मदरसों में जालिम मुसलमान तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं.

मदरसों की तलाशी की मांग:

वक्फ बोर्ड चेयरमैन ने पीएम मोदी से मामले की गम्भीरता को संज्ञान में लेते हुए भारत में आईएसआईएस का झंडा फैराने वलों और अपने घरों में ये झंडा रखने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आने और भारतीय सेना को ऐसे लोगों को गिरफ्तार करने के आदेश देने की मांग की.

इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि भारत के मदरसों की स्थलीय जांच और तलाशी अभियान चलाया जाए. इसकेल इए सरकार एक टीम गठित करे. ताकि मदरसों की आड़ में कट्टरपंथियों द्वारा भारत में आतंकवाद को बढ़ाने से रोका जा सके.

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