चिनहट में हुई ई-रिक्शा चालक व गैराज के चौकीदार की हत्या का खुलासा राजधानी पुलिस ने कर दिया। पुलिस का दावा है कि बाराबंकी के लुटेरों के गैंग ने इस हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।
ई-रिक्शा की बैट्री के लिए लुटेरों ने चालक व चौकीदार की जान ले ली थी। पुलिस ने दोनों घटनाओं के खुलासे का दावा करते हुए पांच लुटेरों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बदमाशों के पास से एक कार, बाइक व तमंचा बरामद हुआ है।
पांच बदमाश गिरफ्तार
प्रभारी इंस्पेक्टर रवींद्र राय की टीम ने सोमवार की रात को बीबीडी कॉलेज के पास से पांच बदमाशों को दबोचा। पूछताछ में पांचों ने अपना नाम बाराबंकी के सतरिख स्थित रामपुर जोगा निवासी प्रशांत उर्फ रिंकू यादव, मुहम्मदाबाद निवासी मुकेश चौहान, मुरलीपुर निवासी प्रशांत वर्मा, देवा के अलीपुर निवासी अनुज वर्मा और नरगिसमऊ निवासी अंकेश वर्मा उर्फ किरकिरी बताया।
एएसपी नार्थ अनुराग वत्स ने बताया कि गैंग का सरगना प्रशांत उर्फ रिंकू यादव है। वह बाराबंकी से जिला बदर किया जा चुका है, लेकिन पुलिस से छिपकर रहा था। उसके खिलाफ बाराबंकी के अलग-अलग थानों में हत्या समेत पांच मामले दर्ज हैं। उसका खास गुर्गा राकेश चौहान भी उसके साथ अपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहता है। उसका साला बाराबंकी का हिस्ट्रीशीटर है।
11 अक्टूबर को हुई थी हत्या
गौरतलब है कि इसी गैंग ने 11 अक्टूबर को कठौता झील के पास मोनू पाल की हत्या कर उसका ई-रिक्शा लूट लिया था। इसके अलावा 8 नवंबर को चिनहट के एबी मोटर गैराज के चौकीदार मो़ सईद की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
गैंग के सदस्यों ने एक बैट्री के लिए मोनू व सईद की जान ले ली थी। गैंग के सदस्य मुख्य रूप से गाड़ियों की बैट्री ही चोरी करते थे। मौका पाकर यह लोग ई-रिक्शा भी लूट लेते थे और बैट्री निकालकर उसे कबाड़ में बेच देते थे। मोनू पाल की हत्या हत्यारोपितों ने ई-रिक्शा लूटने के लिए की थी। गैराज में सईद के बेटे का भी ई-रिक्शा खड़ा था। लुटेरे उसकी बैट्री निकाल रहे थे। तब तक सईद पहुंच गए। सईद ने विरोध किया तो रिंकू ने उन्हें गोली मार दी थी।