राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी के महासचिव सौरभ जायसवाल नें उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चिनहट लौलाई स्थित 1600 मकानों की मान्यवर कांशीराम शहरी गरीब आवास वैध कालोनी में भयंकर गर्मी में 29 अप्रैल से पानी नहीं मिलनें के कारण अपने ही जिले में शरणार्थी बन्ने को मजबूर हो गए हैं।
लखनऊ के जिलाधिकारी सहित मुख्य सचिव को भेजे पत्र में राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी के महासचिव सौरभ जायसवाल नें लिखा, महोदय, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चिनहट लौलाई स्थित 1600 मकानों की कांशीराम शहरी गरीब आवास वैध कालोनी में भयंकर गर्मी में 29 अप्रैल से पानी नहीं मिल पा रहा है। जिसकी शिकायत 30 अप्रैल को मनीष बंसल, मुख्य विकास अधिकारी और डूडा की क्षेत्रीय परियोजना अधिकारी निधि बाजपेई से की गई जिसकी जाँच करनें के 2 दिन बाद मुख्य विकास अधिकारी नें बताया कि मोटर खराब है।
जल्द ही वैकल्पिक व्यवस्था या मरम्मत कराकर पानी उपलब्ध कराया जायेगा, फिर 5 दिन बाद 04 मई को संपर्क करनें पर भी वही कोरा अस्वासन दिए। ऐसे में 118 परिवार जीवन की मूलभूत जरुरत पानी न मिलनें के कारण अपने रिश्तेदारों के यहाँ शरण लेने चले गए परन्तु आज 11 दिन बाद भी पानी नहीं मिल सका है, न कोई हैंडपंप काम करता है। हैरत ये है कि जब राजधानी में पानी की किल्लत 10 दिन में दूर नहीं कर रहे हैं। तो एनी जगहों की क्या सुनवाई और कार्यवाही होती होगी ये सवाल सरकार पर खड़ा है।
विदित हो कि इन वैध कालोनियों लौलाई, गहरू, सदरौना, पारा में पिछली सरकार नें भी भेदभाव करते हुए बिजली, पानी और स्ट्रीट लाईट नहीं मुहैया कराया। राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी नें 3 साल इन बुनियादी आवश्यकताओं को सड़क और अदालत में संघर्ष करके उपलब्ध कराया था पर भेदभाव अब भी जारी है। अतः आपसे अपेक्षा है कि उक्त समस्या को बिना भेदभाव और कांशीराम शहरी गरीब आवास वैध कालोनी के लोगों को दोयम दर्जे का नागरिक समझे तत्काल पानी उपलब्ध करानें की व्यवस्था सुनिश्चित करें। अन्यथा अदालत में गुहार लगाने के अलावा कोई मार्ग शेष नहीं बचेगा जिसकी जिम्मेदारी आपलोगों की होगी।