राजधानी में बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए शुक्रवार को फायर बिग्रेड और नगर निगम के टैंकरों से विधानसभा पर पानी का छिड़काव किया गया। बता दें कि लखनऊ में पिछले दिनो प्रदूषण का लेबल बढ़कर 424 माइक्रोग्राम तक पहुंच गया था। इसके बाद सीएम योगी ने विभागीय अधिकारियों के साथ हाई लेबल मीटिंग की थी। मीटिंग में सीएम ने कहा था, आईआईटी कानपुर के एक्सपर्ट के साथ मिलकर इसके कृत्रिम बारिश के लिए प्लानिंग बनाई जाए। इस पर ये भी विचार किया जाए, आर्टिफिशियल बारिश का तरीका कितना बेहतर है।
पानी के छिड़काव से प्रदूषण में आई गिरावट
- गौरतलब है कि पिछले दिनों बढ़े प्रदूषण के बाद शहर के कई इलाकों में पानी का छिड़काव किया गया था।
- जिसके 24 घंटे बाद एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) में गिरावट देखने को मिली थी।
- लखनऊ में प्रदूषण का लेवल 15 दिन के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया।
- लखनऊ में प्रदूषण का लेवल घटकर 238 माइक्रोग्राम पर आकर रुक गया था।
- जबकि 24 घंटे पहले ये आंकड़ा 402 रिकॉर्ड किया गया था।
- वहीं, मौसम विभाग ने ठंड में हल्की बढ़ोतरी और स्मॉग बने रहने की संभावना जताई है।
- निर्देश के अनुसार, गुरुवार को हजरतगंज, गोमती नगर, महानगर, निरालानगर, आलमबाग़, और चारबाग में पानी से पेड़ों में बौछार कराई गई थी।
- बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए निर्माण स्थलों पर डीजल जनरेटरों का प्रयोग न करने के लिए भी कहा गया है।
- मिट्टी खुदाई के बाद पानी का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं।
- यहीं नहीं, ऐसे स्थानों पर राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के आदेशों के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण ने सभी ठेकेदारों को इस संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
- आज बढ़ते प्रदूषण के चलते विधानभवन पर पानी का छिड़काव किया गया है।
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Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.