उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में स्वच्छ जल धारा स्वच्छता पेयजल योजना के तहत कस्बा बदोसराय में एक दशक पूर्व जल निगम विभाग द्वारा करीब 90 लाख रुपए की लागत से बनाई गई पानी की टंकी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।
टंकी मे लगाई गयीं घटिया किस्म की पाइप:
बताते चलें कि तहसील सिरौली गौसपुर क्षेत्र के करीब 6000 की आबादी वाले कस्बा बदोसराय में पानी की समस्या को देखते हुए स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के उद्देश्य करीब एक दशक पूर्व 90 लाख रुपए की लागत से जल निगम विभाग द्वारा स्वच्छ जल धारा स्वच्छता पेयजल योजना के तहत बनवाई गई.
पानी की टंकी में जल सप्लाई के लिए घटिया किस्म के पाइपों के छोड़े जाने के चलते टंकी ट्रायल के प्रथम चरण में ही पाइपे जगह-जगह से फटने लगी और लीकेज की समस्या पैदा हो गई.
वही जल सप्लाई के लिए लगाई गई टोटिया टूटकर करके गायब हो गई.
विभाग की कमाऊ खाऊ नीति के चलते ग्रामीणों को टंकी से एक बूंद पानी भी नहीं नसीब हो सकता बल्कि सरकार का लाखों रुपए की लागत का यह प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
निर्माण के समय था ग्रामीणों में खुशी का माहौल:
जब टंकी का निर्माण हो रहा था तो ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई थी कि शहरों की भांति ग्रामीणों को भी पानी की टंकी से घरेलू कामकाज व पीने के लिए स्वच्छ पेयजल मिलेगा.
लेकिन विभाग के उपेक्षा पूर्ण रवैए के चलते ग्रामीणों की सोच पर पानी फिर गया. जिससे उन्हें कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है. वर्तमान समय में यह टंकी शो पीस साबित हो रही है ।
भारतीय किसान यूनियन के मण्डल अध्यक्ष ने की शिकायत:
इसके संबंध में भाकियू मंडल उपाध्यक्ष निसार मेहंदी ने बताया कि जल निगम विभाग द्वारा करीब एक दशक पूर्व कस्बा बदोसराय में पानी की टंकी का निर्माण कराया गया था.
जल सप्लाई के लिए बिछाई गई पाइप लाइनों में घटिया किस्म के पाइपों के छोड़े जाने के चलते ट्रायल में ही पाइपे फटने लगी और लीकेज की समस्या पैदा हो गई.
इसके संबंध में कई बार शासन से शिकायत भी की गई परंतु नतीजा शून्य रहा।