गुरुवार को हुई सियासी उठापटक के बाद शुक्रवार को झांसी के रेलवे प्लेटफार्म संख्या 5 और 6 पर ‘वाटर एक्सप्रेस’ के खाली वैगनों में पानी भरा जा रहा है। हालांकि पानी भरे जाने के बाद ट्रेन को महोबा भेजा जायेगा या फिर वापस भेजा जायेगा, इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है।
‘वाटर एक्सप्रेस’ पर सूबे में सियासत तेज, अखिलेश यादव ने दिए वाटर टैंकरों के जांच के आदेश!
वाटर एक्सप्रेस के झांसी पहुंचने के बाद गुरुवार को महोबा डीएम ने कहा था कि जिले में पानी की कोई किल्लत नहीं है और जहां भी पानी की जरूरत है वहां टैंकरों से पानी पहुँचाया जा रहा है। उनके इस बयान के बाद से ही वाटर एक्सप्रेस पर सियासत शुरू हो गई।
कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव और मुख्य सचिव अलोक रंजन ने बयान देते हुए कहा था कि बुंदेलखंड में पानी की कोई समस्या नहीं है।
इसी बीच मुख्यमंत्री के आदेश पर जिलाधिकारी ने जांच की तो पता चला कि झांसी में खड़ी वाटर एक्सप्रेस में पानी ही नहीं है।
राजनीति या गलतफहमी? किसकी भेंट चढ़ी ‘वाटर एक्सप्रेस’
शुक्रवार को ट्रेन के खाली वैगनों में पानी तो भरा जा रहा है, लेकिन पानी भरे जाने के बाद ट्रेन कहां जायेगी इस पर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।