प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बीते 4-6 जुलाई के बीच इजराइल देश की यात्रा पर थे, जिस दौरान दोनों देशों के बीच कई प्रोजेक्ट्स को लेकर समझौते के तहत MoU पर हस्ताक्षर किये गए थे। इसी क्रम में पीएम मोदी के दौरे के तहत उत्तर प्रदेश को लेकर भी दोनों देशों के बीच समझौता हुआ था। समझौते के तहत उत्तर प्रदेश देह का पहला राज्य होगा, जो वाटर यूटिलिटी रिफॉर्म(water utility reform) प्रोजेक्ट में इजराइल का पार्टनर राज्य होगा।
सूबे के शहरों और गांवो पीने के साफ़ पानी और सप्लाई जैसी चीजों पर होगा काम(water utility reform):
- उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य होगा, जो वाटर यूटिलिटी रिफार्म प्रोजेक्ट में इजराइल का पार्टनर होगा।
- जिसके तहत यूपी के शहरों-गांवो में पीने का साफ़ पानी और सप्लाई जैसे मुद्दों पर काम किया जायेगा।
- इस प्रोजेक्ट के लिए यूपी वाटर कारपोरेशन और इजराइल मिनिस्ट्री के बीच MoU पर हस्ताक्षर हुए थे।
- यह MoU पीएम मोदी की इजराइल यात्रा के दौरान किया गया था।
प्रोजेक्ट के यूपी में सफल होने के बाद आगे दोहराया जायेगा(water utility reform):
- यूपी में साफ़ पानी और सप्लाई को लेकर भारत-इजराइल के साथ MoU पर हस्ताक्षर हुए थे।
- जिसके तहत यूपी वाटर कारपोरेशन, सेंट्रल वाटर कारपोरेशन, सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड और
- नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा की एक जॉइंट का टीम यूपी की चुनौतियों की पहचान करेगी और हल ढूंढेंगी।
- सूत्रों के मुताबिक, इजराइली अथॉरिटीज समस्या ढूंढकर उनका निकालेंगी।
- गौरतलब है कि, केंद्र सरकार इस प्रोजेक्ट के जरिये यूपी को टेस्ट कर रही है।
- अगर इजराइल के साथ यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश में सफल होता है तो सरकार इसे आगे भी दोहरा सकती है।
- ज्ञात हो कि, बीते मई महीने में इजराइल के राजदूत लखनऊ पहुंचे थे।
- जहाँ उन्होंने मुख्यमंत्री योगी से इस MoU को लेकर बातचीत की थी।
कैसे काम करेगा प्रोजेक्ट(water utility reform):
- सूत्रों के अनुसार, इस योजना के तहत पूरे यूपी में पीने का साफ़ पानी पहुँचाया जायेगा।
- गंगा नदी में पॉल्यूशन को ठीक करने के लिए सीवेज को,
- बुंदेलखंड के वाटर फ्री एरिया में एग्रीकल्चर और रिसोर्सेज के कंसर्वेशन के लिए रिसाइकिल वाटर का इस्तेमाल होगा।
- जिसके लिए दोनों देशों की एजेंसियां मिलकर काम करेंगी।
बुंदेलखंड से शुरू होगा यह प्रोजेक्ट(water utility reform):
- केंद्र सरकार इजराइल के साथ हुए करार के चलते साफ़ पीने के पानी के प्रोजेक्ट को यूपी से शुरू करेगी।
- प्रोजेक्ट की शुरुआत यूपी के बुंदेलखंड हिस्से से की जाएगी।
- बुंदेलखंड में पीने के पानी और सिंचाई सुविधाओं दोनों का ही अभाव है।
- प्रोजेक्ट को बुंदेलखंड में सफलता के बाद पूरे यूपी में लागू किया जायेगा।
- गौरतलब है कि, कई चरणों में यह प्रोजेक्ट्स पूरे यूपी में लागू होगा।
- साथ ही प्रोजेक्ट का उद्देश्य पानी को प्यूरीफाई कर उसे पीने और सिंचाई के लायक बनाना है।
- इसके अलावा पानी के री-स्टोरेज और ग्राउंड वाटर को रिज़र्व रखने के तरीकों को भी सिखाया जायेगा।
कृषि क्षेत्र में हुए समझौते का भी मिलेगा लाभ(water utility reform):
- कृषि विकास कार्यक्रम के तहत भारत-इजरायल डेवलपमेंट को-ऑपरेशन तीन साल के लिए सहमत हुए हैं।
- इससे 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को पूरा करने में इससे काफी मदद मिलेगी।
- इजरायल को तकनीक के क्षेत्र में महारथ हासिल है।
- इस क्षेत्र में बेहतर तालमेल के जरिये भारतीय किसानों को काफी फायदा मिल सकता है।
- इजराइल से भारत बेहतर सिंचाई तकनीक, उच्च गुणवत्ता और ज्यादा मात्रा में उपज के तरीकों से कृषि के क्षेत्र में विकास कर सकता है।
- वहीँ बंजर जमीन को खेती लायक बनाने की तकनीक भी भारतीय किसानों के लिए कारगर साबित होगी।
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