हम चाहते तो 2003 और 2012 में मुख्यमंत्री बन सकते थे: शिवपाल यादव
- प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव का बयान |
- 2003 में हम मुख्यमंत्री बन सकते थे।
- हम चाहते तो 2012 में भी मुख्यमंत्री बन सकते थे।
- सारे के सारे विधायक हमारे पक्ष में थे।
- लेकिन पद कोई बड़ी चीज नहीं होती।
- व्यक्तित्व जरुरी होता है।
- हमको धोखा मिला।
- अगर सत्ता परिवर्तन करना है, तो हम सब लोगों को एक हो जाना चाहिए।
- एक होने से बड़े बड़े दलों को घबराहट तो है।
मायावती तो किसी से भी मिल सकती हैं, उन्हें बस थोड़ा लालच दे दो
- हम सब को एक होने पर सत्ता परिवर्तन को कोई रोक नहीं सकता है।
- गरीबों, वंचितों शोषितों को ऊपर उठाना होगा।
- गरीबों की बेटियों की शादी मुश्किल हो जाती है इसलिए सत्ता परिवर्तन जरुरी है।
- किसान दो सौ रुपये कमाता है, महीने में 6000 रुपये से क्या परिवार चल सकता है।
- नोटबंदी से क्या लाभ, जीएसटी से क्या लाभ समस्याएं ही समस्याएं तो हैं।
- सब लोग एक हो जाइये,
- हम चाहते हैं कि कहीं कोई मजबूत प्रत्यासी है तो गोपाल जी से बात करें हम उसे स्थान देंगे।
- मोदी साहब कितना झूठ बोलते हैं।
- हमने किसी को धोखा नहीं दिया है।
- उनके भाषण में देखिये |
अखिलेश यादव ने तो अपने पिता को भी नहीं बख्शा
- कांग्रेस से भी मैंने कहा था।
- बुआ भतीजे एक हो गए, मेरी तो बहन बनीं नहीं।
- अच्छे दिन तो आये नहीं, कालाधन वापस आया नहीं, 15 लाख खातों में आया नहीं।
- ये लोग धोखा देने वाले हैं।
- हमारे पास तो पूरे 82 हैं।
- आप लोगों ने जो सत्ता परिवर्तन का निर्णय लिया है, बहुत अच्छा है |
- मैं कामयाबी की प्रार्थना करता हूँ।
- सपा बसपा से गठबंधन नहीं किया जा सकता है।
- मैंने अखिलेश यादव से कुछ नहीं माँगा था।
- 2012 में किसने संघर्ष किया था।
- मोदी के खिलाफ जो मोर्चा है, हमने कहा था, हमें तो शामिल किया नहीं।
- आप सब के सहयोग से हमलोग सत्ता परिवर्तन करेंगे, तब व्यवस्था परिवर्तन होगा
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