उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में तलाकशुदा और विधवा महिलाओं के लिए सरकारी नौकरियों में उम्र की अधिकत सीमा खत्म करने का फैसला लिया है। सरकार के इस फैसले के बाद ऐसी महिलाएं सेवानिवृत होने की उम्र से पूर्व नौकरी के लिए आवेदन कर सकेंगी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि विधवा व तलाकशुदा महिलाएं जो पारिवारिक या अन्य कारणों से नौकरी में भर्ती की उम्र सीमा पास कर चुकी हैं। उनकी समस्याओं और जरूरतों को देखते हुए यह फैसला किया गया है।
- मुख्यमंत्री अखिलेश ने यह फैसला ऐसे समय में किया है जब तीन तलाक को लेकर बड़ी बहस छिड़ी हुई है।
- इस दौरान अखिलेश ने कहा कि देश की आबादी का आधा हिस्सा महिलाएं हैं।
- महिलाओं की तरक्की के बगैर किसी भी देश और समाज की खुशहाली संभव नहीं है।
- जब तक महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भरता हासिल नहीं होती तक तक देश और समाज प्रगति नहीं कर सकता।
सरकार ने किये कई कार्यः
- अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार ने महिलाओं के लिए बहुत से कार्य किये हैं।
- महिला उत्पीड़न रोकने के लिए 1090 वूमेन पाव हेल्प लाइन चलायी जा रही है।
- अब डॉयल-100 सेवा में बड़े पैमाने पर महिलाओं का चयन किया जा रहा है।
- प्रदेश की महिलाओं को रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- अब सरकार ने विधवा, तलाकशुदा महिलाओं के लिए सरकारी नौकरी में अधिकतम उम्र सीमा खत्म करने का निर्णय लिया है।
- ऐसे समय में सरकार के इस फैसले को चुनावी दांव के रूप में भी देखा जा रहा है।