उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिला में हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है। सरकारी योजनाओं के पैसे को कुछ दलाल किस तरह बंदरबांट कर रहे हैं यह उसी की बानगी है। यहां 8 माह पहले शादी हुई, पत्नी के खाते में विधवा पेंशन का पैसा पहुंचने की जानकारी पति को मिली तो पैरों तले जमीन खिसक गई। पेंशन की रकम पत्नी के मायके के पते पर खुले खाते में भेजी गई। पति इस बारे में पूछताछ कर ही रहा था कि पता चला कि सास, साली समेत ससुराल के गांव के ही 22 महिलाओं के खाते में भी फर्जी ढंग से विधवा पेंशन का पैसा आया। जबकि सभी के पति जिंदा है। अब पति खुद के जीवित होने का सबूत लेकर अफसरों के यहां दौड़ लगा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, सीतापुर के बट्सगंज का संदीप कुमार महमूदाबाद ब्लॉक के जाफरपुर गांव में सफाई कर्मी है। 8 महीने पहले जिले के परसेंडी ब्लॉक के शेरपुर सरावा में रोहन लाल की पुत्री प्रियंका से उसकी शादी हुई थी। जब संदीप ने ससुराल में अपनी पत्नी के बैंक खाते की डिटेल निकलवाई तो पता चला कि पिछली 28 सितंबर को पीएफएमएस (पब्लिक फाइनेंसियल मैनेजमेंट सिस्टम) के जरिए 3000 रुपये भेजे गए थे। पूछताछ की तो पता चला कि यह राशि प्रोबेशन विभाग से विधवा पेंशन के तौर पर भेजी गई है।
संदीप ने जिला प्रोबेशन अफसर को जानकारी दी कि जीवित रहते हुए ही मेरी पत्नी के खाते में विधवा पेंशन भेजी जा रही है।उन्होंने जब कोई कार्यवाही नहीं की तो डीएम से शिकायत की। साथ ही कहा कि इस खुलासे पर उन्होंने धमकियां मिल रही हैं। इस संबंध में जिला प्रोबेशन अधिकारी अश्विनी कुमार ने बताया प्रियंका को विधवा पेंशन दिए जाने के मामले की जांच की जा रही है। इसमें दफ्तर में नियुक्त संविदा कर्मचारी सौरभ की संलिप्तता पाई गई है। उसे नौकरी से निकाल दिया गया है। इस संबंध में डीडीओ व सीडीओ को भी जानकारी दी गई है। अन्य मामलों की जांच की जा रही है।
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