सीतापुर में एक बार फिर जंगली जानवरों द्वारा बुजुर्ग पर हमला करने का ताजा मामला सामने आया है। जिसने ये साबित कर दिया है कि प्रशासन सिर्फ इन जानवरों को पकड़ने को लेकर खानापूर्ति कर रहा है। जबकि जमीनी सच कुछ और ही बयां कर रहा है। इन आदमखोर जानवरों के हमले की घटना में 55 वर्षीय महिला को शनिवार को तीन आदमखोर जानवरों के एक झुण्ड ने घायल किया था। यह घटना खैराबाद पुलिस स्टेशन क्षेत्र के सुजौलपुर गांव में हुई थी।
बुजुर्ग महिला शिवरानी लगभग 2:30 बजे खेतों में चली गईं। जब तीन जंगली जानवरों के एक झुण्ड ने उनपे हमला कर दिया। शिवरानी ने बताया कि मैं जमीन पर गिर गई। जैसे ही मैं गिर गई तो उन जंगली जानवरों में से एक ने मेरी गर्दन में अपने दांत घुसाने लगे और फिर बाकियों ने मेरे पैर को टखने के ऊपर चबाना शुरू कर दिया।
सीतापुर : जंगली जानवरों के हमले में घायल बच्ची के पिता का बयान-बड़े मुहं के 5-6 जानवरों ने किया था बच्ची पर हमला. @PetaIndia @DmSitapur @dm_sitapur @CMOfficeUP pic.twitter.com/j5c6Wbib8G
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) May 20, 2018
मैं तब तक दर्द में चिल्ला रही थी जब तक कि ग्रामीण लोग नहीं आ गए और उन जानवरों का पीछा नहीं किया। फिर ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन को सूचित किया कि एक बुजुर्ग के साथ ऐसी घटना उन भटके हए आदमखोर जानवरों ने की है। जिला प्रशासन बार-बार हमले में शामिल अधिकांश कुत्तों को बेअसर करने का दावा कर रहा है, लेकिन शनिवार के हमले के साथ कई नए सवाल खड़े कर दिए है कि ये जंगली जानवर अब और निडरता से हमला करने लगे हैं।
यह पहली बार था कि जब एक वयस्क पर जानवरों द्वारा हमला हुआ
आम तौर पर इन जानवरों ने हमला सुबह किया या फिर शाम में लेकिन भरी धुप में इनके हमला करने की सुचना कभी नहीं आई थी। लेकिन शनिवार को यह हमला दोपहर को हुआ जब एक बुजुर्ग 2:30 बजे दोपहर हो खेतों की तरफ गई थी। पशु व्यवहार विशेषज्ञ, पशु चिकित्सक, और वन अधिकारी निरंतर हमलों के पीछे कारणों को जानने में विफल रहे हैं। सीतापुर जिला मजिस्ट्रेट शीतल वर्मा ने कहा कि शिवरानी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां यहां स्थिति स्थिर है। जबकि शिवराणी ने मीडिया से बताया कि उसपर हमला उन आदमखोर जानवर जो भयंकर कुत्तों की तरह दिखते हैं उनके द्वारा किया गया था।