समाजवादी पार्टी फिलहाल दो खेमों में बट चुका है। दूसरे खेमें से सीएम अखिलेश यादव एक बड़ा चेहरा बनकर उभरे है। सीएम अखिलेश यादव के साथ सपा नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जुड़ चुके हैं। इससे उनकी ताकत और भी बढ़ गई है। सपा प्रवक्ता जूही सिंह ने भी स्पष्ट किया कि पार्टी इस बार अखिलेश के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी।
अखिलेश ही राष्ट्रीय अध्यक्ष :
- सपा प्रवक्ता जूही सिंह ने कहना है कि मुलायम सिंह के लिए आपार सम्मान है,
- लेकिन इस बार यूपी में सीएम अखिलेश के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा।
- पार्टी पहले ही अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन चुकी है।
- पार्टी के सभी विधायक, नेता और कार्यकर्ता अखिलेश यादव के पक्ष में है।
- लेकिन इसका मतलब यह नहीं की हम नेताजी की इज्जत नहीं करते।
चुनाव चिन्ह पर रार :
- जूही सिंह ने कहा कि जहां तक चुनाव चिन्ह के खिचतान की बात रही,
- उस पर चुनाव आयोग फैसला करेगा।
- चुनाव आयोग का जो भी फैसला आयेगा, हम उसे स्वीकार करेंगे।
दोनों खेमे ने किया दावा :
- चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर दोनों खेमों ने अपना दावा ठोका है।
- सोमवार को मुलायम सिंह सबसे पहले चुनाव आयोग पहुंचे।
- वहीं मंगलवार को अखिलेश खेमे से प्रो. राम गोपाल यादव चुनाव आयोग पहुंचे।
- दोनों ने सपा की साइकिल पर अपना अधिकार बताया।
- अब आपसी समझौता न होने पर चुनाव आयोग इस मामले में अंतिम फैसला देगा।