पहली करवा चौथ पर सरोज के सपने टूटे तो उसने सांसों की डोर ही तोड़ ली। पहले दिल्ली रह रहे पति ने आने से मना किया फिर सास ने व्रत रखने से। इससे आहत सरोज ने कमरे में पंखा से फंदा लगा जान दे दी। ससुराल वाले खेत से घर लौटे तो इसकी जानकारी हुई। बहू को फांसी के फंदे पर लटका देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। सूचना पर सीओ जसराना डॉ. अभिषेक कुमार राहुल, नायब तहसीलदार अरुण कुमार, कोतवाल एका फूल सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव को नीचे उतरवाया। मायके पक्ष के लोग भी पहुंच गए। उन्होंने पुलिस से किसी भी कार्रवाई करने से मना कर दिया। फिर भी पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। सीओ डा. अभिषेक राहुल ने कहा कि करवा चौथ पर पति के न आने से महिला ने क्षुब्ध हो फांसी लगाकर आत्महत्या की है। मायका पक्ष कार्रवाई नहीं चाह रहा था, लेकिन शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
एटा के पिलुआ नगला इमलिया निवासी सरोज देवी (20) की छह माह पूर्व शादी थाना एका के नगला कृपी निवासी दीपू पुत्र सुरेश यादव के साथ हुई थी। दीपू दिल्ली में मिठाई बनाने का काम करता है। वह दो माह से घर नहीं आया। शनिवार सुबह करवाचौथ पर सरोज ने व्रत रखा और दीपू को घर आने के लिए कहा। उसने यह कहकर आने से इन्कार कर दिया कि अभी बहुत काम है। जवाब सुन उदास हुई सरोज इसके बाद भी व्रत रखने की तैयारी कर रही थी। लेकिन सास ने व्रत रखने से मना कर दिया। इस पर सरोज देवी अपने कमरे में चली गई। जब काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं निकली तो सास सुबह 10 बजे पहुंची। दरवाजा खोला तो सरोज को पंखा से लटका देखकर उसकी चीख निकल गई। सूचना पर मृतका के मायके पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंच गए। बताया जाता है कि काफी देर तक दोनों पक्षों में पंचायत हुई। सूचना मिलने पर जसराना सीओ अभिषेक राहुल और इंस्पेक्टर फूलचंद भी पहुंचे। देर शाम पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
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