दिल्ली में हुए दामिनी कांड और बुलंदशहर में हुई गैंगरेप की घटनाओं की तर्ज पर मेरठ में एक महिला के साथ चलती कर में सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है।
- आरोप है कि महिला को कुछ लोग गाड़ी में जबरन डाल कर ले गए और अज्ञात जगह पर उसके साथ रात भर बारी- बारी से सामूहिक दुष्कर्म किया।
- महिला किसी तरह हैवानो के चंगुल से बचकर आयी और अपने पति को आपबीती सुनाई।
- पति ने इसकी सूचना पुलिस को सूचना दी।
- सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
- पुलिस ने महिला को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा तो अस्पताल में डॉक्टरों ने संवेदनहीनता दिखाते हुए उसे दर्द की गोलियां देकर अस्पताल से बाहरफेंक दिया।
- परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने उनके साथ अभद्रता भी की है।
यह है पूरा घटनाक्रम
- जानकारी के मुताबिक, मेरठ के पल्हैड़ा गांव की रहने वाली महिला मेरठ शहर में भीख मांगती है।
- महिला ने बताया कि बुधवार रात्रि में जब वो भीख मांगते मांगते बेगमपुल चौपले पर पहुंची तो एक कार आकर रुकी।
- महिला ने हाथ आगे बढ़ाकर कार में बैठे युवको से पैसे मांगे लेकिन कार में बैठे 4 युवकों ने उसका हाथ पकड़ उसे कार में खींच लिया।
- आरोप है उसे दिल्ली हाईवे की ओर ले गए और उसके साथ बारी बारी से दुष्कर्म किया।
- इतना ही नहीं जब महिला ने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की और उसके मुंह और आंखों पर कपड़ा बांध दिया।
- महिला ने बताया कि बाद में उसे युवक किसी कमरे में भी ले गए और वहां और भी कई लोग मौजूद थे जिन्होंने भी उसके साथ दुष्कर्म किया।
- बदहवास हालत में महिला किसी तरह अपने घर पहुंची और पुलिस को सूचना दी।
- पुलिस ने मामले में अज्ञात लोगों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया है और महिला की मेडिकल करा तफ्तीश शुरू कर दी है।
अस्पताल में दिखी संवेदन हीनता
- इस मामले में जिला अस्पताल का शर्मनाक चेहरा उस वक़्त सामने आया जब गैंगरेप पीड़ित महिला को अस्पताल में एडमिट करने के बजाय उसे मात्र दर्द की गोलियां देकर अस्पताल के बाहर फेंक दिया गया।
- महिला दर्द से तड़प कर अस्पताल के बाहर जमीन पर बैठी रही वहीं सारथी संस्था एनजीओ की अध्य्क्ष कल्पना पाण्डेय अपनी टीम के साथ वहां पहुंची और महिला को पानी पिलाया।
- साथ ही अस्पताल प्रशाशन पर इलाज में लापरवाही करने का आरोप लगाया।
- वहीं जब इस मामले में चिकित्सकों से पूछा तो उन्होंने कहा कि महिला का मेडिकल करा लिया गया है।
- वह अस्पताल परिसर में बाहर पड़ी है तो इसका उन्हें जानकारी नहीं है अगर वो उनके पास आएगी तो फिर से इलाज देंगे।