उत्तर प्रदेश में अब वह दिन दूर नहीं जब परिवहन निगम की बसों की स्टेयरिंग महिलाओं के हाथ होगी। परिवहन निगम अपनी पचास पिंक बसों में महिला चालक रखने की तैयारी कर रहा है। अगर महिला चालक मिलीं तो उन्हें रोडवेज संविदा चालक के रूप में शामिल किया जाएगा।
इस संबंध में प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन पी. गुरुप्रसाद ने बताया कि पिंक बसों की क्रय प्रक्रिया आगे बढ़ी है। प्रयास है कि महिलाओं से जुड़ी सेवा होने के कारण अगर बसों के संचालन की जिम्मेदारी महिलाओं के कंधों पर हो तो और भी अच्छा रहेगा। इसे देखते हुए परिवहन निगम प्रशासन भारी वाहन चलाने वाली महिला चालकों के चयन को इच्छुक है। महिला चालक मिलने पर उन्हें इन बसों के संचालन का मौका दिया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, परिवहन निगम प्रशासन निर्भया मद के तहत इसी वर्ष खरीदी जाने वाली पिंक सेवा में महिला चालकों की भर्ती का मन बना रहा है। अगर भारी वाहन चलाने वाली महिलाएं मिलीं तो परिवहन निगम में उन्हें बतौर चालक बस चलाने का मौका मिलेगा। उनका टेस्ट संबंधित क्षेत्रीय कार्यशाला और दूसरा परीक्षण प्रशिक्षण संस्थान कानपुर में लिया जाएगा। अगर चालक पद के लिए तय नियमों के तहत इच्छुक महिलाएं उपलब्ध हुईं तो उन्हें रोडवेज प्रशिक्षित कर बेहतरीन चालक बनाएगा।
दरअसल, महिला सुरक्षा को लेकर अरसे से लंबित चल रही पिंक सेवाओं की खरीद की प्रक्रिया आगे बढ़ी है। इसके तहत रोडवेज प्रशासन बहुत जल्द आठ क्षेत्रों से 20 मार्गों पर वातानुकूलित पिंक बस चलाने की तैयारी में है। पचास बसों की खरीद निर्भया मद से होनी है। इन सभी बसों को आठ क्षेत्रों में भेजा जाएगा। इसके पीछे रोडवेज प्रबंधन की मंशा है कि इन महिला बसों में परिचालक के साथ चालक भी महिला हों तो और भी बेहतर होगा।