‘वीमेन पॉवर लाइन 1090’ अब गुमसुदा लड़कियों की भी ट्रैकिंग करके उन्हें उनके घर पहुंचाने का काम करने जा रहा है। यह जानकारी आईजी नवनीत सिकेरा ने दी।
- उन्होंने बताया कि यूपी में उन्होंने बताया कि यह ऐसे मामले हैं जिनमें नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाना, प्रेम में फंसाकर झांसा देकर उन्हें ह्यूमेन ट्रैफिकिंग (सेक्स रैकेट) में धकेलना आदि हैं।
- इन मामलों में लड़की के घरवाले गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाते हैं। इसके आधार पर पूरे प्रदेश से लापता लड़कियों की बरामदगी की जायेगी।
पूरे प्रदेश से मंगवाया जायेगा डेटा
- आईजी ने बताया कि लापता लड़कियों की बरामदगी के लिए पूरे प्रदेश के सभी थानों से लड़कियों की गुमसुदगी का डेटा मंगवाया जायेगा।
- उन्होंने बताया कि इसमें अगर थाना स्तर से जांच के लिए सीडीआर की जरुरत होगी तो 1090 वह भी उपलब्ध करवाएगा।
- डेटा इकठ्ठा करके जिन थाना क्षेत्रों से लड़की लापता हुई है वहां के थानेदार को बुलाकर जानकारी मांगी जायेगी कि अब तक क्या कार्रवाई हुई।
- ऐसे मामले में अगर थानेदार की लापरवाही पाई गई तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
लड़कियों के अभिभावकों से भी होगी पूछताछ
- आईजी ने बताया कि जिन नाबालिग लड़कियों के माता-पिता उनकी जबरन शादी कर देते हैं।
- ऐसे मामलों में लड़की की शिकायत पर उनके अभिभावकों को बुलाकर उनकी काउंसलिंग की जायेगी।
- साथ में यह भी पूछताछ की जायेगी कि उन्होंने नाबालिग की जबरन शादी क्यों की।
- ऐसे मामलों में लड़की की भी काउंसलिंग की जायेगी।