उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के एक साल पूरे होने पर जहां बीजेपी ने अपनी उपलब्धियों का पिटारा खोला है तो वहीं शराब के विरोध में प्रदर्शन का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है। कानपुर के कल्याणपुर इलाके में रिहायशी इलाके में शराब दुकान आवंटित किये जाने के विरोध में सैकड़ों महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन कर सड़क जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को याद दिलाना चाहते है कि उनके शासन का एक साल पूरा होने के बाबजूद शराब को लेकर उनके वायदे अधूरे हैं।
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने किया सड़क जाम
आपको याद होगा कि पिछले साल सूबे में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद शराब बिक्री के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन हुए थे। कानपुर में तो कई दुकानों में शराब की बोतले लूटकर नष्ट कर दी गयी थी। पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज तक करना पड़ा था। तब सरकार ने रिहायशी इलाकों में शराब की नयी दुकानें ना खोलने का आश्वासन दिया था, लेकिन राजस्व बढ़ोत्तरी के चक्कर में सरकार अपना वायदा भूल गयी। अब नये आवंटन के तहत कल पहली अप्रैल से कई रिहायशी इलाकों में दुकानें अस्तित्व में आ जायेंगी। इसके विरोध के चलते कल्याणपुर इलाके में सैकड़ों महिलाएं अपने बच्चों को लेकर सड़क पर उतर आयी और उन्होंने यातायात अवरुद्ध कर दिया।
पुलिस से हुई झड़प
पुलिस प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंची तो उनसे झड़प तक हो गयी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शराब ठेका खुलने से अश्लील हरकते होंगी इसलिए शराब ठेका खुलने नहीं दिया जाएगा। प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है की जिसके मकान में ठेका खुल रहा है वह धमकी दे रहा है लेकिन हम लोग धमकी से नहीं डरेंगे और ठेका नहीं खुलने देंगे। महिलाओं द्वारा धमकी देने का आरोप लगाए जाने पर जब मकान मालिक कमलेश कुमार द्विवेदी से बात की गयी तो उसका जवाब था कि किसी को कोई धमकी नहीं दी है। इन लोगों ने मेरे घर पर पथराव किया और फर्नीचर तोड़ डाला।
मौके पर पहुंचे सीओ
जाम और हंगामे की सूचना पर कल्याणपुर पुलिस थाने की फोर्स के साथ सीओ राजेश पाण्डेय भी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारी महिलाओं को समझाया। सीओ का कहना है कि क्षेत्रवासियो ने शराब ठेका खोले जाने की शिकायत की है। प्रदर्शनकारियों को समझाया गया है कि आपकी बात को सम्बंधित विभाग को बताया जाएगा और तीन दिनों में इसका निस्तारण किया जाएगा।