सदियों की गुलामी के बाद 15 अगस्त सन् 1947 को देश तो आज़ाद हो गया लेकिन आजादी के बाद से आज तक यूपी के बुनकर विकास के हाशिये पर खड़े हैं. ऐसे में देश भर में 1 जुलाई से लागु हुआ जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स) इन बुनकरों के लिए अब नयी मुसीबत बना हुआ है.
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पहले से ही बंद हैं बुनकरों का कारोबार-
- गौरतलब हो कि जीएसटी लागू होने के पहले से ही बुनकरों का कारोबार बंद है.
- ऐसे में प्रदेश की योगी सरकार इन बुनकरों को प्रोत्साहित करने में लगी हुई है.
- यही नही नवयुवकों को बुनाई सिखने पर सरकार द्वारा उन्हें प्रतिमाह कुछ धन राशि भी दी जा रही है.
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- जिससे प्रदेश भर में लुप्त हो रहे बुनाई के कारोबार को दोबारा गति दी जा सके.
- बता दें कि बुनकरों के बंद होते कारोबार के पीछे का एक बड़ा कारण बुनकरों की अशिक्षा भी है.
- ऐसे में नये कानून की दाव पेंचों से नावाकिफ बुनकर समाज हिसाब-किताब में हमेशा पीछे रहा है.
- महज दिहाड़ी मजदूरी के बल पर अपना पेट पालने वाले बुनकरों पर अब सरकार ने 5 फीसदी जीएसटी लागू कर दिया है.
- जो उन्हें किये मुसीबत का कारण बना हुआ है.
4 लाख से ज्यादा बुनकर कर रोजीरोटी के लिए रोज़ करते हैं मशक्कत-
- यूपी के मेरठ में बुनकरों के परिवार सालों से घनी आबादी और तंग गलियों में रह रहे हैं.
- जिनके पास करीब 70 हजार से ज्यादा लूम मशीनें है.
- लेकिन इसके बाद भी बुनकर परिवारों के 4 लाख से ज्यादा लोग हर रोज रोजीरोटी के लिए मशक्कत करते रहते है.
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- बता दें कि एक बुनकर परिवार हर रोज औसतन 40 मीटर के करीब कपड़ा बुनकर बेचता है.
- तब जाकर उनके घर में सौ से एक सौ बीस रूपये तक आते है.
- ऐसे में सरकार की योजनाओं के महरूम इस तबके के लिए पेट भरना पहले से ही मुश्किलों भरा है.
- इस दौरान केन्द्र सरकार के नये जीएसटी कानून के लागू होने के बाद बुनकरों का काम अब पूरी तरह से बंद है.
बुनकारी सीखने के लिए युवाओं को मिलेगा 200 रूपए का अनुदान-
- यूपी की योगी सरकार प्रदेश भर में तेज़ी से गिर रहे बुनाई के कारोबार को बचने के प्रयास में लगी हुई है.
- ऐसे में खादी ग्रामोधोग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने 21 जून को रेशन तथा ग्रामोद्योग विभाग का निरिक्षण किया था.
- निरिक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने इस विभाग में अधिकारियों की भर्ती नही की.
- इस दौरान यूपी सरकार के खादी ग्रामोधोग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने बताया की सरकार जल्द ही बुनकरों को रोज़गार देगी.
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- खादी ग्रामोधोग मंत्री ने ये भी बताया कि पहले 3 बुनकरों को सम्मानित किया जाता था.
- लेकिन से सरकार 12 बुनकरों को सम्मानित करेगी.
- मंत्री सत्यदेव पचौरी ने ये भी कहा कि बुनकरों को अब 45 साल की आयु से ही पेंशन मिलेगी.
- उन्होंने कहा कि बुनकारी सिखने वाले युवाओं को अब से बुनाकी सिखने पर 200 रूपए प्रतिमाह अनुदान भी मिलेगा.