पूरे विश्व में 22 सितम्बर को ‘वर्ल्ड राइनो डे'(world rhino day) के रूप में मनाया जाता है, गौरतलब है कि, धरती पर गैंडे विलुप्त होने की कगार पर पहुँच चुके हैं, समूचे विश्व में गैंडों के संरक्षण के कई उपाय किये जा रहे हैं, जिसके फलस्वरूप दुनिया में कुछ जगहों पर गैंडों की आबादी संतोषजनक स्थिति में है। गैंडों के संरक्षण में भारत के उत्तर प्रदेश जिले का भी काफी योगदान है। शुक्रवार को वर्ल्ड राइनो डे को लेकर सूबे के दुधवा नेशनल पार्क में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
1984 में 5 गैंडों से शुरू हुआ था लुप्तप्राय गैंडों का पुनर्वासन केंद्र(world rhino day):
- पूरी दुनिया में आज के दिन को वर्ल्ड राइनो डे के रूप में मनाया जाता है।
- इस दौरान उत्तर प्रदेश में भी वर्ल्ड राइनो डे को लेकर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
- गौरतलब है कि, लुप्तप्राय गैंडों के संरक्षण में उत्तर प्रदेश का भी काफी योगदान रहा है।
- सूबे के दुधवा नेशनल पार्क में गैंडों को नई राह मिली है।
- साल 1984 में 5 गैंडों से दुधवा नेशनल पार्क में लुप्तप्राय गैंडों का पुनर्वासन केंद्र शुरू किया गया था।
- जिसके तहत शुक्रवार को नेशनल पार्क में कई कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं।
- जागरूकता के लिए पोस्टर, चित्रकला आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी हैं।
दुधवा में मौजूद हैं 34 गैंडों की कॉलोनी(world rhino day):
- साल 1984 में 5 गैंडों से दुधवा नेशनल पार्क में लुप्तप्राय गैंडों का पुनर्वासन केंद्र शुरू किया गया था।
- जिसके बाद अभी तक दुधवा नेशनल पार्क में इस समय करीब 34 गैंडों की कॉलोनी मौजूद है।
- इसके साथ ही अब दुधवा के गैंडों को नया आशियाना मिलने वाला है।