तम्बाकू का नशा एक ऐसी नशा है जिसने न केवल भारत बल्कि विश्व स्तर पर लोगों के घर और परिवार बर्बाद हुए हैं. गौरतलब हो की 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में नशा मुक्ति आन्दोलन द्वारा 25 मई से 08 जून तक ‘नशा मुक्ति पखवाड़ा’ मनाया जायेगा. जिसके तहत तम्बाकू व तम्बाकू उत्पादों से निर्मित वस्तुओं के खिलाफ जन जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.
बाबा पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट में गोष्ठी से होगी शुरुआत-
- नशा ऐसी चीज है, जो परिवारों को बर्बाद कर देती है.
- यही नही नशे के चलते अस्पतालों में भी खासा भीड़ दिखाई देती है.
- इसे कम करने की दिशा में नशा मुक्ति आन्दोलन ‘संस्था’ चिकित्सकों के साथ मिलकर विगत एक वर्ष से काम कर रही है.
- जिसमे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ‘आईएमए’ व प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ ‘पीएमएस’ से जुड़े चिकित्सकों का सराहनीय योगदान रहा है.
- बता दें की प्रदेश के 15 जिलों में तम्बाकू व तम्बाकू उत्पादों से निर्मित वस्तुओं के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जायेगा.
- ये जागरूकता अभियान 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मद्देनजर चलाया जायेगा.
- जिसमें नशा मुक्ति आन्दोलन द्वारा प्रदेश भर में 25 मई से 08 जून तक ‘नशा मुक्ति पखवाड़ा’ मनाया जायेगा.
- इस दौरान जन जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित होंगे.
- इसकी शुरूआत 25 मई को चिनहट स्थित बाबा पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट में गोष्ठी से की जायेगी.
सरकार को चाहिये कि तम्बाकू के निर्माण एवं बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाये-
- नशा मुक्ति आन्दोलन के संयोजक बृजनन्दन यादव ने कहा कि सरकार को चाहिये कि तम्बाकू के निर्माण एवं बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाये.
- उन्होंने कहा की सार्वजनिक रूप से धूम्रपान करने वालों पर आर्थिक दण्ड लगाया जाना चाहिए.
- साथ ही सरकार को इसे आमदनी का साधन नहीं बनाना चाहिए.
- उन्होंने ये भी कहा की इसे सामाजिक अपराध माना जाना चाहिए.
- इस दौरान नशा मुक्ति आन्दोलन के संयोजक बृजनन्दन यादव ने उपस्थित लोगों को संकल्प दिलाया.
- जिसके तहत स्वयं धूम्रपान न करने साथ ही दूसरों को भी इससे दूर रखने का प्रयास करनेकी बात कही गई.
- उन्होंने कहा की इसी प्रकार इस समस्या से मुक्ति पायी जा सकती है.
- साथ ही धूम्रपान एवं तम्बाकू मुक्त समाज का निर्माण किया जा सकेगा.
- उन्होंने कहा की इसी प्रकार इस अभियान को सफल बनाया जा सकता है.