उन्नाव रेप केस मामले के आरोपी और बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की Y क्षेणी की सुरक्षा सरकान ने वापस ले ली है. उनके खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद सरकार ने यह फैसला लेते हुए सुरक्षा वापस लेने का आदेश जारी कर दिया. इसके अलावा उनके घर पर तैनात सुरक्षा कर्मी भी हटवा दिए गये है.
सेंगर पर गैंग रेप का चल रहा है मुकदमा:
उन्नाव के माखी गांव के चर्चित मामले में आरोपित बांगरमऊ से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की वाय श्रेणी की सुरक्षा सरकार ने छीन ली है। गुरुवार को शासन ने सुरक्षा वापस लेने का आदेश जारी किया। आदेश जारी होते ही उनके घर पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को तत्काल वहां से वापस बुला लिया गया।
एक एचसीपी, 3 सिपाही और 3 अंगरक्षक थे सुरक्षा के लिए:
विधायक को जो वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी, उसमे उन्हें एक एचसीपी व तीन सिपाही उनके आवास और तीन सिपाही अंगरक्षक के रूप में तैनात किए गए थे।
किशोरी द्वारा विधायक पर लगे आरोपों में मुकदमा दर्ज होने और सीबीआइ जांच शुरू होने के बाद शासन ने विधायक की वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली है। पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक गोरखनाथ सिंह ने बताया कि शासन के आदेश पर विधायक की वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस ली गई है।
पॉक्सो ऐक्ट पर चल रहा मुकदमा:
सेंगर पर रेप और रेप पीड़िता के पिता की जेल में हत्या करवाने का आरोप लगा है। उन्नाव के माखी गांव की यह घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बनी है। विधायक के खिलाफ उन्नाव के बांगरमऊ थाने में एफआईआर दर्ज है। इस केस की जांच सीबीआई कर रही है। इसके अलावा उनके भाई अतुल सेंगर भी अभी जेल में हैं।
बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ रेप और पॉक्सो ऐक्ट का मुकदमा लखनऊ के बजाए उन्नाव की पॉक्सो ऐक्ट कोर्ट में चलेगा। विवेचक ने सीबीआई कोर्ट की विशेष न्यायाधीश सपना त्रिपाठी को पीड़िता का कलमबंद बयान उन्नाव भेजने की अर्जी दी है। इस पर विशेष न्यायाधीश ने जिला जज को पत्र लिखकर विशेष वाहक नियुक्त करने के संबंध में आदेश देने का अनुरोध किया है। उन्नाव कांड की जांच सीबीआई कर रही है।