2019 के पहले उत्तर प्रदेश की सियासत में ऊठा-पटक की स्थिति बनती हुई दिखाई दे रही है। एक बार फिर से यूपी के सबसे बड़े सियासी यादव परिवार में शायद सब ठीक नहीं है। इटावा की जसवंत नगर सीट से समाजवादी पार्टी विधायक शिवपाल सिंह यादव ने अपने लिए एक अलग राह ढूंढ ली है जिसके तहत उनके समर्थकों ने शिवपाल सिंह यादव सेक्युलर मोर्चा का गठन किया है। इस सेक्युलर मोर्चे का संरक्षक पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव को बनाया गया है। इस बीच समर्थकों ने इस सेक्युलर मोर्चे का पोस्टर जारी किया है जिसमें से सपा के बड़े नेता को गायब कर दिया गया है।
सेक्युलर मोर्चे को बताया सपा का हिस्सा :
समाजवादी पार्टी के साथ होने के सवाल पर सेक्युलर मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम अभी भी समाजवादी का अंग है। 2019 लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने कुछ भी खुलकर कहने से इंकार कर दिया। शिवपाल सिंह यादव सेक्युलर मोर्चे को यूपी के चार हिस्सों में बांटा है। ये हिस्से पश्चिमी यूपी, पूर्वी यूपी, मध्य यूपी और बुंदेलखंड हैं। हर चार हिस्सों में एक संयोजक और चार से पांच सह-संयोजक बनाए जाएंगे। ये इशारा कर रहा है कि ये सेक्युलर मोर्चा 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए अपनी अलग रणनीति तैयार कर रहा है। शिवपाल समर्थकों का कहना है कि हम सब समाजवादी हैं।
समर्थकों ने जारी किया पोस्टर :
शिवपाल सिंह यादव सेक्युलर मोर्चा बनाने वाले समर्थकों का कहना है कि वे अब भी सपा का हिस्सा हैं। सियासी गलियारों में चर्चा है कि समर्थकों के इस सेक्युलर मोर्चे के निर्माण से शिवपाल यादव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने अपनी ताकत का प्रदर्शन करना चाहते हैं। यही कारण है कि उनके समर्थक इस सेक्युलर मोर्चे का लगातार विस्तार कर रहे हैं और इसमें सदस्य भी जोड़े जा रहे हैं। इस बीच शिवपाल समर्थकों ने इस सेक्युलर मोर्चे का पोस्टर जारी किया है। इस पोस्टर में ऊपर की तरफ एक ओर सपा संरक्षक मुलायाम सिंह यादव तो दूसरी तरफ पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव को जगह दी गयी है। इस पोस्टर में कहीं भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का न ही नाम है और न ही उनकी तस्वीर जो एक अलग तरफ इशारा कर रहा है।