[nextpage title=”akhilesh” ]
उत्तर प्रदेश के सत्ता से समाजवादी पार्टी की विदाई के साथ ही भाजपा ने कई सालों बाद वापसी की है। सत्ता में आने के बाद से भाजपा ने समाजवादी पार्टी की सरकार के योजनाओं और उनके नामों को बदलना शुरू कर दिया था मगर अब अखिलेश सरकार की एक योजना का विरोध करने के बाद सरकार ने उस फिर शुरू करने का फैसला किया है।
[/nextpage]
[nextpage title=”akhilesh2″ ]
यशभारती की पेंशन होगी बहाल :
- उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को 47 सीटें मिली थी।
- इसके साथ ही भाजपा की यूपी की सत्ता में काफी सालों बाद वापसी हुई है।
- भाजपा ने सरकार में आते ही अखिलेश सरकार के कई कामों की जाँच बिठा दी थी।
- साथ ही अखिलेश सरकार में शुरू कई योजनाओं का नाम भी बदल दिया था।
- मगर सपा सरकार में शुरू एक योजना का विरोध करने के बाद फिर उसे शुरू कराया जा रहा है।
- भाजपा ने यशभारती पुरस्कार दिये जाने का काफी विरोध किया था।
ये भी पढ़ें, बड़ी खबर: रेलवे ने किया टिकट कैंसिलेशन चार्ज के नियमों में बदलाव
- उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस पुरस्कार को शुरू किया था।
- यश भारती पुरस्कार के तहत 50 हजार प्रति माह की पेंशन दी जाती है।
- सरकार में आने के पहले से बीजेपी इस पुरस्कार पर सवाल उठाती रही है।
- सत्ता में आने के बाद बीजेपी ने इस पुरस्कार को रोकने की तैयारी की थी।
- मगर अब बीजेपी ने जिसका विरोध किया, उसी पर अमल करने की तैयारी कर ली है।
- यशभारती के तहत 50 हजार की पेंशन को बनाये रखने का आदेश हुआ है।
- इसके लिए संस्कृति विभाग में पेंशन को लेकर तैयारियाँ भी तेज हो गयी हैं।
ये भी पढ़ें, सपा प्रदेश अध्यक्ष ने शिवपाल के अधिवेशन में आने पर किया ‘बड़ा खुलासा’
[/nextpage]