प्रदेश के कामगारों एवं श्रमिकों को सुरक्षित घरों तक पहुँचाने में योगी सरकार ने बढ़ाया हाथ
Desk Reporter
टीम – 11 की बैठक के महत्वपूर्ण बिंदु।
लख़नऊ। कोरोना और लॉक डाउन को लेकर दूसरे राज्यों में छात्रों को घर पहुंचाने के बाद अब देश के विभिन्न राज्यों में फँसे उत्तर प्रदेश के कामगारों एवं श्रमिकों को सुरक्षित घरों तक पहुँचाने में योगी सरकार ने हाथ बढ़ाया है।
टीम 11 की बैठक में सीएम योगी ने इस बाबत दिशा निर्देश जारी किए न सिर्फ मजदूरों को दूसरे प्रदेशों से वापिस लाने पर जोर दिया जा रहा है बल्कि जो मजदूर वापिस आए हैं,उनके स्वास्थ्य का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है।
इन कामगारों और श्रमिकों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुँचाने की प्रक्रिया में सीएम योगी ने राजस्व विभाग से 6 लाख लोगों के लिए क्वारंटीन सेंटर, शेल्टर होम और कम्युनिटी किचेन तैयार कराए हैं।
यूपी के कामगारों और श्रमिकों से सीएम की भावुक अपील।
कहा अभी तक जिस धैर्य का परिचय दिया है उसे बनाए रखें, संबंधित राज्यों की सरकारों से संपर्क कर सभी को घरों तक सुरक्षित पहुँचाने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
, इसलिए वे जहां हैं, वहीं रहें, संबंधित राज्य सरकारों के संपर्क में रहें, कतई पैदल ना चलें।
राज्यों को पत्र लिख कर मांगा यूपी के कामगारों और श्रमिकों का विस्तृत ब्यौरा।
आप को बता दे की दूसरे राज्यों में के मजदूरों को वापस लाने के लिए योगी सरकार ने सभी का नाम, पता और मोबाइल नंबर के साथ ही मेडिकल रिपोर्ट मांगी है।
जिसके क्रम में आज मध्य प्रदेश से यूपी के कामगार और श्रमिक लाए जाएँगे कल गुजरात से लाए जाएँगे श्रमिक और कामगार वही इससे पहले योगी सरकार ने दिल्ली से 28 / 29 मार्च को चार लाख लोगों को सुरक्षित घरो तक पहुँचाया था।
हरियाणा और राजस्थान से भी 50 हज़ार लोगों को घरों तक पहुँचाया गया है वही आपको बता दे कि अभी हाल ही में प्रदेश सरकार ने राजस्थान के कोटा में फँसे यूपी के 11,500 छात्र-छात्राओं को भी सुरक्षित घरों तक पहुँचा चुकी है।
साथ ही प्रयागराज से प्रदेश के विभिन्न जनपदों के 15 हज़ार छात्रों का ख्याल रखा है कोरोना से हर तरह से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने लेवल – 1, लेवल – 2 और लेवल -3 के कोविड अस्पतालों की क्षमता विस्तार करके 52 हज़ार बेड तैयार कराए।