योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद पूरा उत्तर प्रदेश ही अब भगवामय हो रहा है. कह सकते हैं की योगी आदित्यनाथ पूरे राज्य को ही अपने रंग में रंगने लगे हैं. इस बार प्रतापगढ़ का एक सरकारी स्कूल भगवामय हो गया. पर ये कोई पहले मामला नहीं है.
नया नहीं है यह मामला:
कुछ समय पहले श्रावस्ती में एक सरकारी स्कूल को केसरिया रंग में पेंट कर देने का मामला सामने आया था. और इस पर चुनावी सियासत भी काफी हुई. स्कूल का भगवा करण हो जाने की सूचना पर, सपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा. जितेंद्र यादव ने निशाना साधते हुये कहा कि सरकारी भवनों को भगवा रंगवाने से भाजपा चुनाव नही जीत सकती. भाजपा ने डेढ़ साल की सरकार में श्रावस्ती में कोई भी काम नहीं किया है और न ही कोई काम दिखाई दिया है. सरकारी सम्पति का भगवाकरण करने से जनता सन्तुष्ट नही होगी. गरीब नौजवान और किसान सब परेशान है. जनता अब इनके कामो को जान गई है और आने वाले समय में सपा को जिताकर जनता भाजपा को जवाब देगी.
बाबा साहेब की प्रतिमा का भी भगवाकरण हुआ था:
ऐसी ही बदायूं जिले में बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमा का भी भगवाकरण हुआ था. कुंवरगांव के दुगरैया में तोड़ी गई प्रतिमा के स्थान पर बाबा साहेब की नई भगवा रंग की प्रतिमा को आगरा से मंगवाकर स्थापित करवा दिया गया था.
अब शुरू हो गया है विद्यालयों का भगवाकरण:
आसपुर देवसरा प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी और बीआरसी केंद्र की दीवारों को भगवा रंग में रंगा गया।
लोहों का कहना है की जिले में सरकारी स्कूलों में अच्छी पढ़ाई की जगह किया जा रहा है भगवा करण। इस बात पर विपक्षी पार्टियो ने भाजपा पर कई सवाल उठाए। पट्टी इलाके के आसपुर देवसरा का मामला। कैबिनेट मंत्री मोती सिंह का है यह विधानसभा क्षेत्र.