उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी की हार के बाद भाजपा की सत्ता में वापसी हुई है। इसके बाद से सत्ता में आने के बाद भाजपा ने पिछली सपा सरकार के कई फैसलों को बदलना और कई योजनाओं को बंद करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में अब योगी सरकार की नजर पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट और सपा सरकार में बनाये गये साइकिल ट्रैक पर टेढ़ी होती हुई दिख रही हैं।
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साईकिल ट्रैक पर योगी सरकार की नजर :
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों को जीतने के बाद भाजपा ने कई सालों बाद सरकार में वापसी की है। इसके साथ ही भाजपा ने पिछली सरकारों के कई फैसलों को बदलना शुरू कर दिया है। साथ ही उनके द्वारा शुरू की गयी कई योजनाओं को रोकना और बदलना भी शुरू कर दिया है। अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साइकिल ट्रैक पर फिर से योगी सरकार की नजर पड़ चुकी है।
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खम्भों पर लगी योगी-मोदी के पोस्टर :
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में साइकिल ट्रैक का निर्माण सपा सरकार में किया गया था। ये साईकिल ट्रैक तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था। लखनऊ के साथ ही कई अन्य जिलों में भी इस साइकिल ट्रैक का निर्माण हुआ था। मगर अब लखनऊ में बने साईकिल ट्रैक पर निर्देशो को लेकर लगे खम्भो पर प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के पोस्टर लगाए गए हैं। इन खंभों पर लखनऊ नगर निगम ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 को लेकर ये पोस्टर लगाए गए हैं। यहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना के पोस्टर लगाए गए है। समाजवादी सरकार में बने साइकिल ट्रैक पर भाजपा सरकार के पोस्टर चस्पा होने से नए विवाद जन्म ले सकता है। समाजवादी सरकार में साइकिल ट्रैक पर निर्देशो को लेकर पिलर लगाए गए थे।