महिला सुरक्षा को लेकर भले ही कई कड़े कानून बनाये गए हों लेकिन लगता है आज सारे नियम कानून शोहदों के आगे बौने साबित हो रहे हैं।
- तभी तो संत कबीर नगर जिले में महिलाओं को लेकर पुलिस जरा भी गम्भीर नहीं है।
- यहां मनचलों से परेशान दो बहनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया।
- लेकिन शोहदों को गिरफ्तार करने की बजाय शांत बैठ है।
- पीड़िता अपनी जान के खतरे की आशंका से घर से बाहर निकलने में डर रही है और उच्च अधिकारियों से जान की सुरक्षा के साथ आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर चक्कर काट रही है।
- लेकिन इस पीड़ित लड़की की कोई सुनने वाला नहीं।
- इस संबंध में थाना प्रभारी खलीलाबाद कमला यादव ने बताया कि मामले की विवेचना की जा रही है। विवेचना के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
यह है पूरा मामला
- बता दें कि कोतवाली खलीलाबाद शहर की रहने वाली आशा और कविता (दोनों नाम काल्पनिक) सगी बहनें हैं। दोनों ही खौफ के साये में रह रही हैं।
- इनका आरोप है कि पड़ोस के ही रहने वाले कुछ लड़के अक्सर परेशान किया करते हैं।
- शोहदों ने सड़को पर निकलना इस कदर दूभर कर दिया है कि अब इन दोनों लड़कियों को कई तरह का डर बना रहता है कि कहीं इनके साथ कोई अनहोनी ना हो जाये।
- इन पीड़िताओं की तहरीर पर पुलिस ने 323, 504, 506, 507, 395, 397 सहित 354 में मुकदमा दर्ज करने के बाद भी आरोपियों की गिरफ़्तारी न होने से घर में रहना और घरो से बहार निकलना इन लड़कियों का मुश्किल हो गया है।
- लेकिन बावजूद इसके अभी तक पुलिस ने उन मनचलों पर कोई कार्यवाई तक नहीं की।
- आखिर पुलिस कार्यवाई करने से क्यों कतरा रही है।
- न्याय न मिलने से दोनों पीड़ित लड़कियां दर-दर भटक रही हैं।
- अधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर लगा रही है।
- अब सवाल यह उठता है कि महिला सुरक्षा को लेकर दम्भ भरने वाली यूपी पुलिस इन पीड़ितों को कब न्याय दिलाती है, ये देखने वाली बात होगी।
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Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.