सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बाहर से दवा खरीदने के लिए मजबूर किये जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.यही वजह की सरकारी अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों को भी मोटी रकम खर्च करनी पड़ती है.जब इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन से की जाती है तो वो भी इससे इंकार कर देते हैं. इसी के विरोध में बलरामपुर अस्पताल पर आम आदमी पार्टी के बैनर तले सैकड़ों को लोगों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर प्रदर्शन किया.
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दवाओं का रहता है अभाव
- बलरामपुर अस्पताल पर इससे पहले भी कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं.
- बावजूद इसके बलरामपुर अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी इससे बाज़ नहीं आ रहे हैं.
- इसी के विरोध में आम आदमी पार्टी के बैनर तले सैकड़ों को लोगों ने अस्पताल के सामने प्रदर्शन किया।
- कार्यकताओं ने दवा खरीद के नाम पर अस्पताल प्रशासन पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया।
- सुबह करीब 11 बजे से ही कार्यकर्ता बलरामपुर अस्पताल के सामने एकजुट हो गए।
- कमर अब्बास ने कहा कि बलरामपुर अस्पताल में एक रुपए के पर्चे पर डॉक्टरी सलाह के साथ मुफ्त दवा देने का नियम है।
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- पर पर्चे पर लिखी जाने वाली अधिकांश दवाएं अस्पताल में मिलती ही नहीं हैं।
- साथ ही मरीजों को पर्ची पर दवाएं लिखकर बाहर से मंगायी जाती हैं।
- जिला प्रवक्ता महेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि पैथॉलाजी जांच में मरीजो को लंबी वेटिंग बताकर पैसा वसूला जाता है।
- मरीजों द्वारा शिकायत के बाद भी अस्पताल प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
- उन्होंने कहा कि राजधानी का बड़ा अस्पताल होने के बाद भी बलरामपुर अस्पताल में आईसीयू की भी सुविधा नहीं है।
- जगह-जगह गंदगी फैली रहती है। जिससे यहां इलाज कराने आने वाले मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है।
- इस दौरान गौरव माहेश्वरी, नीरज श्रीवास्तव, नजरुल हक, तुषार श्रीवास्तव, राजू यादव आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।
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